जिले में वर्ष २०१८ में मलेरिया के ३५० रोगी सामने आए थे। वहीं इस वर्ष अब तक १५३ रोगी सामने आए है। वहीं डेंगू के अब तक ५ रोगी सामने आ चुके है। इसी प्रकार स्क्रब टायफस के गत वर्ष २३ रोगी सामने आए थे। इस वर्ष ३२ रोगी सामने आए चुके है।
समय पर विभाग ने किया नियंत्रण
जिले में इस वर्ष स्क्रब टायफस के रोगी अधिक सामने आए है। जबकि मलेरिया पर नियंत्रण हुआ है। मौसमी बीमारियों को लेकर विभाग की ओर से अभियान चलाया गया। रोगी मिलने पर विभिन्न प्रकार से नियंत्रण किया गया। वैसे अब सर्दी के कारण सभी बीमारियों पर अंकुश है।
डॉॅ. वीके जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रतापगढ़
अब चिकित्सालय में होने लगी सभी जांचें
प्रतापगढ़
जिला चिकित्सालय में अब सभी प्रकार की जांचें होने लगी है। यहां गत माह जांचों के लिए कुछ आवश्यक दवाएं नहीं होने पर रोगियों को काफी परेशानी हो रही थी। इसे देखते हुए जिला चिकित्सालय प्रशासन की ओर से उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया था। लेकिन कई दिनों तक यहां जांचों के लिए आवश्यक दवाएं नहीं होने से रोगियों को कइ जांचों के लिए बाहर जाना पड़ रहा था। इससे रोगियों की जेब पर भारी पड़ रहा था। आवश्यक दवाएं यहां उपलब्ध करा दी गई है। लैब प्रभारी डॉ. दिलीपकुमार ने बताया कि यहं सभी प्रकार की दवाएं आ गई है। जिससे जांचें भी की जाने लगी है। जिससे लोगों को अब बाहर नहीं भटकना पड़ रहा है।