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निगम कर्मचारियों ने दिया धरना

locationप्रतापगढ़Published: Jun 22, 2018 10:20:45 am

Submitted by:

Rakesh Verma

निगम कर्मचारियों ने दिया धरना

pratapgarh

निगम कर्मचारियों ने दिया धरना

निगम कर्मचारियों ने दिया धरना
प्रतापगढ़ राजस्थान विद्युत श्रमिक महासंघ की ओर से गुरुवार को विद्युत निगम कार्यालय के सामने धरना दिया गया।
कार्य कारी जिलाध्यक्ष श्याम जाटव ने बताया कि एक दिवसीय धरने के बाद विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। विद्युत् श्रमिक महासंघ की 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में धरना दिया गया। जिसमे मुख्य मांग विद्युत निगम का निजीकरण, तकनिकी कर्मचारियों की 2400 ग्रेड पे, मेडिक्लेम पॉलिसी, फीडर इंचार्ज पोस्ट को सर्विस बुक में इंद्राज करने आदि मांगें शामिल है।
इस मौके पर जिला संरक्षक युसूफ मोहमद, जिला सलाहकार डूंगरसिंह, जिला महामंत्री राजहंस किकावट, जिला अध्यक्ष हेमेंद्रसिंह राव, ब्रजमोहन मीणा आदि मौजूद थे।
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ठेकेदार-पार्षदों की लड़ाई में रूक न जाए विकास
-ठेकेदारों की तस्दीक बंद नहीं होने पर एक जुलाई से दी काम बंद की चेतावनी
प्रतापगढ़. पिछले दो-तीन दिनों से नगरपरिषद ठेकेदारों और पार्षदों के बीच वार्डों में चल रहे निर्माण कार्यों की पार्षदों से तस्दीक को लेकर अंर्तद्वंद थम नहंीं रहा है। ठेकेदार जहां पार्षदों से निर्माण कार्य की तस्दीक को अवैधानिक बताते हुए इसे बंद करने पर अड़े हैं, वहीं पार्षद इन आरोपों को निराधार बता रहे हंै। ठेकेदारों ने कोई समाधान नहीं होने पर एक जुलाई से शहर में निर्माण कार्य बंद करने की चेतावनी दे रखी है। ऐसे में यदि जल्द समस्या का माकूल हल नहीं निकला तो निर्माण कार्य बंद होने पर शहर का विकास अवरुद्ध हो सकता है।
बोर्ड बैठक में लिया था प्रावधान
राज्य की कुछ और नगर निकायो के अनुसरण में नगरपरिषद की गत वर्ष आयोजित बोर्ड बैठक में सभी पार्षदों की सहमति से शहर के वार्डों में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कार्य पूर्ण होने पर पहली बार पार्षदों की तस्दीक कराने का प्रस्ताव लिया गया था। जिसके अनुसार निर्माण कार्य पूरा होने पर नगरपरिषद के तकनीकी अधिकारी के जांच के बाद बिल प्रस्तुत करने से पहले पार्षद के गुणवत्ता से संतुष्ट होने के लिए उसकी तस्दीक जरुरी की गई। ताकि गुणवत्ता पर नियंत्रण रह सके। तस्दीक के बाद ही निर्माण कार्य का बिल पास हो सकता है।
गुणवत्ता नहीं दिखने पर करते हैं शिकायत
वार्ड पार्षदों के अनुसार कार्य में गुणवत्ता नहीं होने पर वे शिकायत करते हैं। कार्य की गुणवत्ता में सुधार होने पर ही तस्दीक की जाती है। इससे कार्यों की गुणवत्ता में सुधार आया है। ऐसे में कार्यों की गुणवत्ता के लिए तस्दीक कार्य जरुरी है।
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क्या कहते हैं ठेकेदार
उचित नहीं
वार्ड पार्षदों से कार्यों की तस्दीक उचित नहीं है। निर्माण कार्यों की पार्षदों द्वारा तस्दीक ठेकेदार को परेशान करती है। नियमानुसार निर्माण कार्य की जांच तकनीकी अधिकारी ही करें जो गुणवत्ता को बेहतर जांच सकता है। तस्दीक बन्द करने की मांग जिला कलक्टर से की है। समाधान नहीं होने पर एक जुलाई से निर्माण कार्यों को बंद किया जाएगा।
उमेश बम, ठेकेदार
तकनीकी जानकार नहीं पार्षद
पार्षद निर्माण कार्य के तकनीकी जानकार नहीं होते हैं। ऐसे में उन्हें निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्तापूर्ण कार्य की जानकारी देना परेशानी भरा साबित होता है। नगरपरिषद में इस जांच के लिए तकनीकी अधिकारी बैठे हैं। ऐसे में उन्हें ही जांच का अंतिम अधिकार होना चाहिए।
प्रवीण शर्मा, ठेकेेदार
कभी-कभी आती है दिक्कत
कई बार ठेकेदारों को निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कुछ पार्षदों की ओर से गुणवत्तापूर्ण निर्माण नहीं होने की शिकायत सामने आती है। पार्षद तकनीकी रुप से कार्य की गुणवत्ता के बारे में नहीं समझ पाते। ऐसे में ठेकेदार के सामने दिक्कत आती है।
राजेश यादव, ठेकेदार
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शहर में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए सभी पार्षदों की सहमति से बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव लिया गया था। ठेकेदारों का तस्दीक के नाम पर परेशान करने का आरोप निराधार है। जनता के चुने गए पार्षदों द्वारा इस प्रकार जनहित में किये जा रहे कार्यों की तस्दीक के लिए ठेकेदारों को परेशान करने का प्रश्न ही नही उठता। किसी ठेकेदार को परेशानी हो तो वह पार्षद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराए।
कमलेश डोसी, सभापति, नगरपरिषद
पार्षद की तस्दीक जरुदी
निर्माण कार्य की गुणवत्ता के लिए कार्य पूरा होने पर पार्षद की तस्दीक जरुरी है। इससे कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित होती है। ठेकेदारों का पार्षदों पर परेशान करने का आरोप गलत है। जनता पार्षद को ही जानती है। ऐसे में पार्षद की जिम्मेदारी है कि वह अपने वार्ड में गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाए।
उत्सव जैन, पार्षद, नगरपरिषद
बताएं कौन करता है परेशान
वार्ड पार्षदों की जिम्मेदारी है कि वे अपने वार्ड में गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाएं। इसके लिए वे निर्माण कार्य पर निगाह रखते हैं। कमजोर गुणवत्ता पर शिकायत भी करते हैं और तस्दीक भी नहंी करेंगे। जो सही है। जहां तक ठेकेदार परेशानी की बात कह रहे हैं तो बताए कि कौन पार्षद करते हैं परेशान।
संजय जैन, पार्षद, नगरपरिषद
जनता ने पार्षदों को वार्ड के विकास एवं सुविधाओं के विस्तार के लिए चुना है। वार्ड में किसी भी निर्माण कार्य के गुणवत्तापूर्ण नहीं होने पर लोग पार्षद को ही दोषी ठहराते हैं। इसी को देखते हुए बोर्ड बैठक में पार्षद को निर्माण कार्य की तस्दीक की जिम्मेदारी सौंपी गई। जिससे कार्य के गुणवत्तापूर्ण होने में मदद मिली है।
आनंद गुर्जर, पार्षद
निर्माण गुणवत्तापूर्ण तो गुरेज क्यों
ठेकेदार जब गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य कर रहे हैं तो फिर उन्हें तस्दीक करवाने से गुरेज क्यों हो रहा है। पार्षद की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह कार्य की गुणवत्ता को भली भांति परखकर ही उसकी तस्दीक करें। ऐसे में हम बस अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं ताकि कार्य गुणवत्ता पूर्ण हो।
आशीष अहीर, पार्षद
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दिखवा रहे हैं मामला
नगरपरिषद के ठेकेदारों और पार्षदों की ओर से निर्माण कार्य की तस्दीक को लेकर ज्ञापन मिले हैं। इसको दिखवा रहा हूं, देखते हैं क्या कुछ अच्छा हो सकता है।
भंवरलाल मेहरा, जिला कलक्टर, प्रतापगढ़
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