scriptकांठल में 848 हैक्टेयर में लहलहाई फसल, अब काले सोने की सुरक्षा के जतन | Crops in 848 hectares in Kanthal, now the protection of black gold | Patrika News
प्रतापगढ़

कांठल में 848 हैक्टेयर में लहलहाई फसल, अब काले सोने की सुरक्षा के जतन

इन दिनों खेतों में निराई-गुड़ाई में जुटे किसानसुरक्षा के लिए की जा रही तारबंदी

प्रतापगढ़Dec 28, 2022 / 08:19 am

Devishankar Suthar

कांठल में 848 हैक्टेयर में लहलहाई फसल, अब काले सोने की सुरक्षा के जतन

प्रतापगढ़. इस वर्ष नारकोटिक्स विभाग की ओर सेे जिले में अफीम की फसल में बढ़वार होने लगी है। इसके साथ ही किसान भी इन दिनों फसल में सुरक्षा में जुट गए है। अभी फसल छोटी अवस्था में होने से निराई-गुड़ाई का कार्य भी किया जा रहा है। जिले में नारकोटिक्स विभाग की ओर से इस वर्ष कुल 8 हजार 482 किसानों को लाइसेंस वितरित किए गए थे। इसके बाद किसानों ने अफीम फसल बुवाई की थी। अभी फसल खेतों में लहलहाने लगी है। किसान भी अभी फसल में निरााई-गुड़ाई करने में जुट गए है।
साढ़े 17 सौ 66 सीपीएस पद्धति, 6716 में लगेगा चीरा
जिले में नारकोटिक्स विभाग की ओर से वर्ष 2022-23 के लिए लाइसेंस वितरित किए गए है। इसके तहत जिले के प्रतापगढ़ खंड में 4 हजार 628 किसानों को लाइसेंस दिए गए है। इसमें से चीरा लगाने के किसानों की संख्या 3 हजार 426 है। जबकि सीपीएस पद्धति के तहत एक हजार 202 किसान है। वहीं दूसरी ओर छोटीसादड़ी खंड में कुल 3 हजार 854 किसानों को लाइसेंस दिए गए है। इसमें चीरा लगाने वाले किसानों की संख्या 3 हजार 290 है। जबकि सीपीएस पद्धति में 564 है।
गत वर्ष से बढ़े है लाइसेंस
जिले में गत वर्ष नारकोटिक्स विभाग की ओर से कुल सात हजार 705 किसानों को लाइसेंस वितरित किए गए थे। इसमें से एक हजार 103 किसानों को सीपीएस पद्धति में लाइसेंस मिले थे। जबकि 6 हजार 802 किसानों ने चीरा लगाया था। वहीं इस वर्ष कुल आठ हजार 482 किसानों को लाइसेंस दिए गए है। इसमें से चीरा लगाने के लिए 6 हजार 716 किसान है। सीपीएस पद्धति में एक हजार 766 किसान है। जिसमें जिले के दो सौ 56 गांवों में कुल आठ हजार 4 सौ 82 किसानों को लाइसेंस वितरित किए गए है। इस वर्ष क्रमश: दस-दस आरी के लाइसेंस दिए गए है। यह है जिले में अफीम बुवाई का आंकड़ा
खंड चीरा के लाइसेंस सीपीएस कुल लाइसेंस
प्रतापगढ़ 3426 1202 4638
छोटीसादड़ी 3290 564 3854
कुल 6716 1766 8482
अगले माह होगी पैमाइश
जिले में अफीम की फसल बुवाई हो चुकी है। खेतों में फसलें अंकुरित हो गई है। वहीं विभाग की ओर से अब फसल की पैमाइश की जाएगी। जिला अफीम अधिकारी दीपक दुबे और साबिया खां ने बताया कि विभाग को यहां से जारी किए गए लाइसेंस के आंकड़े भिजवा दिए है। अब मुख्यालय से पैमाइश के लिए अधिकारियों को लगाया जाएगा। इस वर्ष 10-10 आरी के लाइसेंस दिए गए है।
https://www.dailymotion.com/embed/video/x8gp2bb

Hindi News / Pratapgarh / कांठल में 848 हैक्टेयर में लहलहाई फसल, अब काले सोने की सुरक्षा के जतन

ट्रेंडिंग वीडियो