-डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने की कवायद
प्रतापगढ़. इलेक्ट्रॉनिक सेवा प्रदायगी के प्रयास में अधिक से अधिक लोगों को जोडने और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के उददेश्य से राज्य सरकार की ओर से अभिनव पहल करते हुए ई-सखी योजना शुरू की जा रही है। जिसमें राज्यभर में प्रत्येक गांव से 4 से 5 तथा शहरी व उपनगरीय क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड से 10 ई-सखियों का चयन कर इस पहल में जोड़ा जाएगा।
स्वयंसेविका बनेगी ई-सखियां
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के अनुसार ई-सखी क्षेत्रीय विकास और सामाजिक उत्थान में रूचि रखने वाली स्वंयसेविका होगी जिसे किसी प्रकार का कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा।
डिजिटल साक्षरता प्रसारण
कार्य ई-सखी स्वप्रेरणा से क्षेत्र विशेष में डिजिटल साक्षरता के प्रसारण के लिए कार्य करेगी। समुचित दक्षता से कार्य करने पर ई-सखी होने का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। ई-सखी योजना के तहत प्रत्येक ग्राम से 20 से 35 वर्ष की कम से कम 12 वीं पास महिला जिसकी डिजिटल कार्यों के प्रति रूचि हो, राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त सेवाओं का आंरभिक ज्ञान हो एवं अपना मोबाइल (स्मार्ट फोन) ई-मेल आई.डी. हो का चयन ई-सखी के रूप में किया जाएगा। ई-सखी बनने की इच्छुक महिलाएं पोर्टल से अथवा गुगल प्ले स्टोर में ई-सखी एप डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन करवा सकती है।
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू
ई-सखियां बनने के लिए 5 मई से रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। चयनित ई-सखियों को 15 दिन का प्रशिक्षण अधिसूचित आईटी ज्ञान केन्द्रों पर दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद ई-सखी अपने ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के कम से कम 100 लोगों को विभिन्न प्रकार की सेवाओं को डिजिटल प्रक्रिया से प्रशिक्षित करेगी। योजना की अधिक जानकारी एवं रजिस्ट्रेशन के लिए जिले के सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, के उपनिदेशक कार्यालय एवं अधीनस्थ ब्लॉक कार्यालयों से संपर्क किया जा सकता है।
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डिजिटल साक्षरता को मिलेगा बढ़ावा
ई-सखियां योजना डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के उददेश्य से शुरू की गई है। जिससे इलेक्ट्रॉनिक सेवा प्रदायगी के प्रयास में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाएगा।
सौरभ बामनिया, उपनिदेशक, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, प्रतापगढ़