प्रथम दिन 08 नोडल केन्द्र को बुलवाया गया था। इनमें से महज 02 नोडल केन्द्र को ही पुस्तकें आवंटित हो सकी थी। जबकि दूसरे दिन हिंगलाट, फतेहगढ़, कानगढ़, सालमगढ़, भुचुण्डला, चूपना, भाटभमरिया, रायपुर, रायपुर जंगल के नोडल केन्द्र को पुस्तकें आवंटित की जानी थी। जबकि 10 मई को जाजली, आम्बीरामा, कोटड़ी, वीरावली, दलोट, नोगांवा, अचनेरा, निनोर नोडल केन्द्र को पुस्तके आवंटित की जाएगी।
ये है प्रक्रिया
स्कूलों को सबसे पहले शिक्षा अधिकारी कार्यालय को पुस्तकों की मांग के अनुसार संख्या बतानी होती है। डीईओ कार्यालय से ऑनलाइन अप्रुवल डाली जाती है। इसके पश्चात पुस्तक मण्डल पर अप्रूवल शो होनी चाहिए। तत्पश्चात ही डिपो से पुस्तकें आंवटित की जा सकेगी। लेकिन गुरुवार को दिन भर शिक्षा विभाग की लाइनों पर शाला दर्पण की वेबवाइट व्यस्त रहने से प्रक्रिया में व्यवधान बना रहा। ऐसे में पुस्तकों की अप्रूवल के लिए गुरुवार को भी दिन भर 8 नोडल केन्द्र के शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को जिले के कुल 08 नोडल के शिक्षकों को बुलाया गया था। लेकिन विभाग की ओर से ऑन लाइन अप्रूवल प्रक्रिया समय पर पूर्ण नहीं होने से शिक्षकों को शाम तक पुस्तकों का इन्तजार करना पड़ा। शाम तक महज दो नोडल को ही पुस्तक उपलब्ध कराई जा सकी। जबकि 6 नोडल के शिक्षकों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
ये है प्रक्रिया
स्कूलों को सबसे पहले शिक्षा अधिकारी कार्यालय को पुस्तकों की मांग के अनुसार संख्या बतानी होती है। डीईओ कार्यालय से ऑनलाइन अप्रुवल डाली जाती है। इसके पश्चात पुस्तक मण्डल पर अप्रूवल शो होनी चाहिए। तत्पश्चात ही डिपो से पुस्तकें आंवटित की जा सकेगी। लेकिन गुरुवार को दिन भर शिक्षा विभाग की लाइनों पर शाला दर्पण की वेबवाइट व्यस्त रहने से प्रक्रिया में व्यवधान बना रहा। ऐसे में पुस्तकों की अप्रूवल के लिए गुरुवार को भी दिन भर 8 नोडल केन्द्र के शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को जिले के कुल 08 नोडल के शिक्षकों को बुलाया गया था। लेकिन विभाग की ओर से ऑन लाइन अप्रूवल प्रक्रिया समय पर पूर्ण नहीं होने से शिक्षकों को शाम तक पुस्तकों का इन्तजार करना पड़ा। शाम तक महज दो नोडल को ही पुस्तक उपलब्ध कराई जा सकी। जबकि 6 नोडल के शिक्षकों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
अप्रूवल बिना नहीं दे सकते किताबें
प्रतिदिन आठ नोडल केन्द्रों को पुस्तकें आवंटित करने का लक्ष्य है। लेकिन जब तक हमारे पास मांग की अप्रूवल नहीं आती। तब तक हम पुस्तक वितरण नहीं कर सकते है। वेबसाइट की व्यस्तता के चलते कार्य में देरी हो रही है।
उदयराम , प्रबंधक राज्य पुस्तक मण्डल, प्रतापगढ़
प्रतिदिन आठ नोडल केन्द्रों को पुस्तकें आवंटित करने का लक्ष्य है। लेकिन जब तक हमारे पास मांग की अप्रूवल नहीं आती। तब तक हम पुस्तक वितरण नहीं कर सकते है। वेबसाइट की व्यस्तता के चलते कार्य में देरी हो रही है।
उदयराम , प्रबंधक राज्य पुस्तक मण्डल, प्रतापगढ़