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‘कम्प्यूटरजी’ ने नहीं दी अनुमति, पुस्तक आवंटन का काम अटका

locationप्रतापगढ़Published: May 10, 2019 12:36:48 pm

Submitted by:

Ram Sharma

दिनभर परेशान रहे शिक्षक

pratapgarh

‘कम्प्यूटरजी’ ने नहीं दी अनुमति, पुस्तक आवंटन का काम अटका

प्रतापगढ़. जिले के सभी राजकीय विद्यालयों में बच्चों को 12वीं तक की किताबें नि:शुल्क दी जाएगी। पुस्तक वितरण कार्यक्रम दो चरणों में होगा। इसके चलते प्रथम चरण 08 मई से 6 जून व दूसरे चरण मे 10 जून से 08 जुलाई तक निर्धारित किया गया है। ये पुस्तकें पाठ्यपुस्तक मंडल से संबंधित स्कूल के शिक्षकों को मिलेगी। इसके लिए नोडल प्रभारी बनाए गए हैं।
बाद में वे इन किताबों को विद्यार्थियों में बांटेंगे। इसमें कक्षा 1 से 08 व 9 से 12 तक कक्षाओं के लिए क्रमश: 3 लाख 44 हजार 105 व 2 लाख 80 हजार 008 पुस्तकें आवंटित की जानी है। इस कार्य के लिए शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन स्वीकृति लेनी होती है। लेकिन प्रथम चरण के पहले ही दिन वेबसाइट व्यस्त रहने और शिक्षा विभाग की ओर से तैयारी नहीं करने के कारण 6 नोडल के शिक्षकों को खाली हाथ लौटना पड़ा था। दूसरे दिन गुरुवार को भी दिन भर असमंजस की स्थिति बनी रही। ऑनलाइन अप्रूवल प्रक्रिया होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
दोपहर तक साइट पर बाट जोहते रहे शिक्षक
प्रथम दिन 08 नोडल केन्द्र को बुलवाया गया था। इनमें से महज 02 नोडल केन्द्र को ही पुस्तकें आवंटित हो सकी थी। जबकि दूसरे दिन हिंगलाट, फतेहगढ़, कानगढ़, सालमगढ़, भुचुण्डला, चूपना, भाटभमरिया, रायपुर, रायपुर जंगल के नोडल केन्द्र को पुस्तकें आवंटित की जानी थी। जबकि 10 मई को जाजली, आम्बीरामा, कोटड़ी, वीरावली, दलोट, नोगांवा, अचनेरा, निनोर नोडल केन्द्र को पुस्तके आवंटित की जाएगी।
ये है प्रक्रिया
स्कूलों को सबसे पहले शिक्षा अधिकारी कार्यालय को पुस्तकों की मांग के अनुसार संख्या बतानी होती है। डीईओ कार्यालय से ऑनलाइन अप्रुवल डाली जाती है। इसके पश्चात पुस्तक मण्डल पर अप्रूवल शो होनी चाहिए। तत्पश्चात ही डिपो से पुस्तकें आंवटित की जा सकेगी। लेकिन गुरुवार को दिन भर शिक्षा विभाग की लाइनों पर शाला दर्पण की वेबवाइट व्यस्त रहने से प्रक्रिया में व्यवधान बना रहा। ऐसे में पुस्तकों की अप्रूवल के लिए गुरुवार को भी दिन भर 8 नोडल केन्द्र के शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक मंगलवार को जिले के कुल 08 नोडल के शिक्षकों को बुलाया गया था। लेकिन विभाग की ओर से ऑन लाइन अप्रूवल प्रक्रिया समय पर पूर्ण नहीं होने से शिक्षकों को शाम तक पुस्तकों का इन्तजार करना पड़ा। शाम तक महज दो नोडल को ही पुस्तक उपलब्ध कराई जा सकी। जबकि 6 नोडल के शिक्षकों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
अप्रूवल बिना नहीं दे सकते किताबें
प्रतिदिन आठ नोडल केन्द्रों को पुस्तकें आवंटित करने का लक्ष्य है। लेकिन जब तक हमारे पास मांग की अप्रूवल नहीं आती। तब तक हम पुस्तक वितरण नहीं कर सकते है। वेबसाइट की व्यस्तता के चलते कार्य में देरी हो रही है।
उदयराम , प्रबंधक राज्य पुस्तक मण्डल, प्रतापगढ़
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