संयुक्त शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि नई वरिष्ठता सूची में पुरानी परिवेदनाओं का निस्तारण किया जाना था। लेकिन अधिकांश जिलों की अस्थाई वरिष्ठता सूचियों के कई शिक्षकों के नाम छूट गए। कई शिक्षकों का योग्यता अंकन भी नहीं हुआ। ऐसे में यह सूची जिला स्तर पर बनाई जाए और इसमें जो कमियां रह गई है, उसे दूर कर नई वरिष्ठता सूची इस कार्यालय को भेजी जाए।
—- विसंगतियां ऐसी-ऐसी सूची में शिक्षक सत्यनारायण शर्मा को कई कनिष्ठ शिक्षकों के नीचे रख दिया गया, जबकि उनकी नियुक्ति तिथि इन शिक्षकों से पहले की है। शर्मा की वरिष्ठता सूची में हर बार कोई न कोई त्रुटि रख दी जाती है। शर्मा ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कुछ कर्मचारी जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। इसी तरह गंधेर में कार्यरत शिक्षक शैलेष मेहता का विषय और बीएड का विषय बदल दिया गया। चूपना में कार्यरत शिक्षक गजेन्द्र सिंह सिसोदिया का नाम सूची से विलुप्त कर दिया गया।
इस बारे में गुरुवार को राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत का प्रतिनिधिमंडल जिलााध्यक्ष बाबूलाल राठौड़, महिपाल सिंह और सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में जिला कलक्टर से भी मिला था। जिला कलक्टर ने शुक्रवार को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी युगल बिहारी दाधीच से स्पष्टीकरण मांगा था। दाधीच ने जिला कलक्टर को विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन दिया।
वर्षों से एक ही स्थान पर जमे है कुछ कर्मचारी
ज्ञापन में शिक्षक नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि प्रतापगढ़ में शिक्षा विभाग कार्यालय में कुछ कर्मचारी और शिक्षक बीस से पच्चीस वर्षों से जमे हुए हैं। वे मिलीभगत करके शिक्षकों को परेशान कर रहे हैं। शिक्षकों के कामों में जानबूझकर त्रुटियां छोड़ देते हैं, जिन्हें सुधरवाने के लिए शिक्षकों को बाद में बार-बार कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
शिक्षकों की परिवेदनाएं दूर करने को कहा है
मुख्य जिला शिक्षाधिकारी को बुलाया गया था। वरिष्ठता सूची में विसंगतियां दूर करने को कहा है। संबंधित शिक्षक अपनी परिवेदना व्यक्तिगत रूप से सीडीईओ को बता दें। उनका निराकरण हो जाएगा।
– श्यामसिंह राजपुरोंहित, जिला कलक्टर, प्रतापगढ़