scriptअम्बेडकर सर्कल से अतिक्रमण हटाया, नगर परिषद व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई | Encroachment removed from Ambedkar circle, joint action of city counci | Patrika News

अम्बेडकर सर्कल से अतिक्रमण हटाया, नगर परिषद व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई

locationप्रतापगढ़Published: Sep 17, 2019 07:47:51 pm

Submitted by:

Hitesh Upadhyay

अम्बेडकर सर्कल से अतिक्रमण हटाया, नगर परिषद व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई

अम्बेडकर सर्कल से अतिक्रमण हटाया, नगर परिषद व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई

अम्बेडकर सर्कल से अतिक्रमण हटाया, नगर परिषद व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई

प्रतापगढ़. शहर के अम्बेडकर सर्कल के आसपास हो रहे अतिक्रमण को नगर परिषद और प्रशासन ने मंगलवार को हटा दिया। इस पर कार्रवाई के दौरान अवैध गुमटियां और अन्य अवैध कब्जों को हटाया गया। नगरपरिषद आयुक्त सुरेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि अम्बेडकर सर्कल से दीनदयाल चौराहा व कलेक्ट्री रोड पर वनविभाग की बाउंड्री के पास अवैध रूप से गुमटियां रखी हुईथी। यहां लोगों ने अतिक्रमण भी कर रखा था। इसकी शिकायत उपखण्ड अधिकारी विनोद मल्होत्रा को की गई। इस एसडीएम मल्होत्रा ने नगर परिषद को कार्रवाई के निर्देश दिए। परिषद की टीम ने मंगलवार को मौके पर पहुंच कर अवैध रूप से रखी गुमटियां व अन्य अस्थायी अतिक्रमण हटा दिया। आयुक्त ने कहा कि इसी प्रकार से शहर के अन्य स्थानों से भी अतिक्रमण को हटाया जाने की कार्यवाही की जाएगी।
हिंदी पखवाडे के अन्तर्गत काव्य गोष्ठी का आयोजन
प्रतापगढ़.शहर के एपीसी महाविद्यालय में हिन्दी पखवाड़े के तहत मंगलवार को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गील ने बताया कि कॉलेज की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक परिषद की ओर से यह आयोजन किया गया। इसमें कवियों ने देश भक्ति एवं हास्य रचनाओं से विद्यार्थियों को आनंदित कर दिया। राष्ट्रीय कवि सुरेन्द्र सुमन, मनोहर मन्नु, धनपाल धमाका, गोपाल मूमल ने अपनी हास्य व्यंग्य की गंगा से सभी को सारोबोर कर दिया। काव्य गोष्ठी का सचांलक सुरेन्द्र सुमन ने किया। प्राचार्य डॉ. संजय गील ने मां शारदे को सुन्दर कविता समर्पित की। इस अवसर पर कवि सुरेन्द्र सुमन ने विद्यार्थियों का उत्साह बढाते हुए अपनी कविताओं और शायरों से हास्य प्रस्तुति दी। इसी प्रकार कार्यक्रम को आगे बढाते हुए कवि चांदमल चन्दु ने बेटी की सुन्दर कविता सुनाई। उन्होंने आंतकवाद के विरूद्ध ओजपूर्ण शैली में कविता सुनाई और कवि धनपाल धमाका की ओर से ओजरस की कविता स्वाभिमान और देश की कानूनी व्यवस्था पर टिप्पणी करती अपनी रचनाएं पेश की।
कवि सम्मेलन को आगे बढ़ाते हुए गोपाल मूमल ने कड़वी बात गंजेपन के उपर व्यंग्य व हास्य कविता सुनाई और धनपाल धमाका ने पेरोडी सुनाई। इसी प्रकार सभी कवियों ने हास्य कविताओं से विद्यार्थियों का मनोरंजन किया। गोष्ठी के अतिंम चरण में प्राचार्य डॉ. सजंय गील ने ‘हिन्दू संस्कृति से अपनी पहचान, परचम लहराता रहे हिन्दू-हिन्दुस्तान’ प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन खुशबू आचार्य एवं मोनिका गोस्वामी की ओर से किया गया।
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