किसानों को खेती में नहीं मिल रही पूरी मेहनत, खेतों की गुणवत्ता में आने लगी कमी
प्रतापगढ़Published: Dec 29, 2022 06:53:56 pm
मिट्टी की सेहत बिगडऩे के साथ ही उपज में होने लगी कमी, परम्परागत और जैविक खेती अपनाने पर बढ़ेगी गुणवत्ता


किसानों को खेती में नहीं मिल रही पूरी मेहनत, खेतों की गुणवत्ता में आने लगी कमी
अरनोद. राजस्थान पत्रिका भीलवाड़ा संस्करण के 24वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित पत्रिका फेस्ट के तहत 25 से एक जनवरी तक पूरे सप्ताह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को अरनोद में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों ने जहां अपनी विभिन्न समस्याएं रखी। वहीं कृषि विशेषज्ञों और प्रगतिशील किसानें ने समस्याओं के समाधान के लिए उपाय भी बताए। इस मौके पर किसानों ने खेती में हो रहे बदलाव, नई तकनीक के साथ परम्परागत खेती और मिट्टी को बंजर होने सेे बचाए रखने को लेकर चर्चा की गई। अरनोद के गौतमेश्वर रोड पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें वर्षों से खेती करते आ रहे किसानों के साथ युवा किसानों ने भी अपने विचार साझा किए। जिसमें प्रमुख रूप से सामने आया कि गत कुछ वर्षों से किसानों को खेती में लागत और अपनी मेहनत भी नहीं मिल रही है। इसके साथ ही सामने आया कि गोबर की खाद के अभाव में मिट्टी की पोषक तत्वों में कमी हो रही है। इसके परिणाम स्वरूप उपज की गुणवत्ता में कमी आ रही है। वहीं खाद्यान्न की गुणवत्ता में भी कमी होती जा रही है। इसके लिए किसानों ने जैविक खाद और जैविक खेती करने के बारे में बताया।