वितरण नहीं हुआ सुचारू, खमियाजा भुगत रहा पुस्तक मंडल
प्रतापगढ़Published: May 24, 2019 12:37:14 pm
पाठ्य पुस्तक मण्डल ने लिखा मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र
वितरण नहीं हुआ सुचारू, खमियाजा भुगत रहा पुस्तक मंडल
प्रतापगढ़. जिले के सभी राजकीय विद्यालयों में बारहवीं तक की नि:शुल्क पुस्तक वितरण कार्यक्रम के पहले चरण में जिले के 165 नोडल केन्द्रों पर पुस्तकें पहुंचाने का कार्य पूरी तरह खोखला साबित हुआ है। ऑनलाइन प्रक्रिया होने से जहां कार्य बाधित हुआ है, वहीं पंचायत स्तर पर गठित पीईईओ (पंचायत प्रारिम्भक शिक्षा अधिकारी) को सीधे पुस्तके पहुंचाने का कार्य निदेशालय के लिए गले की फांस बन गया हैै। इससे पीईईओ की ओर से की गई पुस्तकों की मांग व निदेशालय की ओर से पुस्तक केन्द्र को भेजी जा रही मांग में अन्तर काफी अंतर आ रहा है। इसके चलते पुस्तक वितरण केन्द्र से पुस्तकें जारी नहीं हो पा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं शिक्षा निदेशालय बीकानेर की ओर से पुस्तक मण्डल को भेजे गए पुस्तकों के विवरण में काफी अंतर आ रहा है। अंतर को देखते हुए पुस्तक मण्डल पशोपेश में है। चूंकि मांग अधिक होने से स्टाक में कमी भी हो सकती है। क्योंकि पुस्तक मण्डल मांग के अनुसार केवल 50 फीसदी पुस्तकें ही आंवटित करता है। पुस्तक वितरण के लिए 08 मई से शुरू हुए प्रथम चरण के दौरान 23 मई तक 165 पीईईओ को पुस्तकें आवंटित हो जानी थी। लेकिन मांग की इस विसंगति के चलते महज 29 पीईईओ को पुस्तके आंवटित की जा सकी है। जिले में पुस्तक में हो रही देरी को लेकर लेकर राजस्थान राज्य पुस्तक मण्डल की ओर से स्थानीय वितरण केन्द्र को पत्र जारी किया है, जिसमें बताया गया कि शाला दर्पण और निदेशालय की ओर से अप्रुव्ड मांग में भारी अंतर हो रहा है। मण्डल मुख्यालय की ओर से मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी किए है। इसमें यह कहा गया कि समस्त ब्लॉक पीईईओ अप्रुव्ड मांग विवरण शीघ्र वितरण केन्द्र को उपलब्ध कराएं, जिससे वितरण कार्य सुचारू किया जा सके।
पाठ्यपुस्तक मंडल को हो रहा नुकसान
पीईईओं की ओर से समय पर मांग अप्रुव्ड नहीं कराने से राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल के पुस्तक वितरण केन्द्र पर कार्य बाधित हो रहा है। यहां केन्द्र और ठेकेदार की ओर से लगाए गए कार्मिक बेकार बैठे है। केन्द्र को यहां कार्यरत श्रमिक और संसाधनों का बेवजह भुगतान करना पड़ रहा है। केन्द्र पर तकरीबन आधा दर्जन श्रमिक, सहायक के रूप में दो शिक्षक तथा छाया पानी आदि की व्यवस्था के रूप में हजारों रूपए प्रतिदिन का खर्च वहन करना पड़ रहा है। विभागीय उदासीनता के चलते वितरण केन्द्र को अनावश्यक आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं पुस्तक वितरण के लिए लिए गए वाहनों का भी किराया वितरण केन्द्र को उठाना पड़ रहा है। इन परेशानियों को लेकर लेकर केन्द्र की ओर से एक पत्र जरीए मुख्यालय के निर्देशन में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा गया है। जिसमें पुस्तकों के विवरण को शीघ्र वितरण केन्द्र तक पहुंचाने के निर्देशित कराया गया है।
पीईईओ अब भी उदासीन
जिले में पीपलखूंट, धरियावद की मांग पीईईओं की अनदेखी के चलते अब तक वितरण केन्द्र तक नहीं पहुंची है। जबकि छोटीसादड़ी, अरनोद व प्रतापगढ़ की मांग विसंगती के चलते अटकी हुई है।
आज से स्थिति सुधर जाएगी…
ऑन लाइन प्रक्रिया होने से थोड़ी परेशानी हुई है। वही पीईईओं की उदासीनता भी इसमें हावी रही है। पीपलखूंट ब्लॉक से भी इसी उदासीनता के चलते समय पर डिमाण्ड नहीं पहुंची है। जिसके चलते कार्य बाधित हुआ है। शुक्रवार को धरियावद ब्लॉक की पुस्तके वितरीत करने का दिन है। इसके लिए पीईईओ को अपनी डिमाण्ड के साथ वितरण केन्द्र पर बुलाया गया है। जिससे की कोई कमी होगी उसे तुरन्त मौके पर ही सुधारवा कर पुस्तके वितरण कार्य सुचारु किया जा सके। द्वितीय चरण में सभी वंचित नोडल को पुस्तके वितरीत कि जाएगी।
दुर्गाशंकर सुथार सहायक परियोजना समन्व्यक , प्रतापगढ़