महिला एंव बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस दल के साथ महिला निरीक्षक पूजा की भागल गाँव पहुच कर बालिका के माता पिता से समझाइस करते हुए उनसे छात्रा के मरजी के बगैर विवाह नही करने का लिखित में लिया गया।
साथ ही पुलिस ने कंट्रोल रूम,पुलिस थाना सहित तहसीलदार पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबर लडक़ी और उसके परिजनों को दिए हैं। इस पर परिजन भी राजी हो गए। पुलिस ने लडक़ी के परिजन को यह भी हिदायत दी की किसी भी हालत में लडक़ी का विवाह नहीं करें। अगर ऐसा होता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
गौरतलब है कि गुरुवार को करजू गांव के पास पूजा की भागल निवासी पूजा पुत्री नारू लाल कालबेरिया ने एसडीएम के समक्ष उपस्थित होकर प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि उसकी इच्छा के विरुद्ध उसका विवाह किया जा रहा है और जिस लडक़े से उसका विवाह किया जा रहा है। वह 12वीं कक्षा में ही अध्ययनरत है। जबकि वह बीएड की द्वितीय वर्ष की छात्रा है। प्रार्थना पत्र में सीता कालबेलिया ने यह भी बताया था कि वो गांव के आसपास के उसके समुदाय के लोगों में उच्च शिक्षित है। उसका मेरा बीएड का द्वितीय वर्ष चल रहा है। इस वर्ष उसकी बीएड पूरी हो जाएगी ओर वो पढ़ लिखकर सरकारी नौकरी करना चाहती है। लेकिन परिजनों को यह बात रास नहीं आ रही है और उसकी शादी चित्तौडगढ़़ जिले के भेरूखेड़ा बस्सी निवासी विमल पुत्र शंकरलाल कालबेलिया के साथ उसका परिजनों द्वारा जबरन बेमेल विवाह करा जा रहा है। सीता ने प्रार्थना पत्र में यह भी बताया कि जिस लडक़े से उसकी शादी की जा रही है। उसने हाल ही में 12 वीं कक्षा की परीक्षा दी है और वह उम्र में उससे काफी छोटा है। इस कारण हो उस लडक़े से शादी नहीं करना चाहती है। फिर भी परिजन जबरन उसके साथ उसका विवाह कराना चाहते हैं।उसने यह भी बताया कि लडक़े के माता-पिता उसके माता-पिता के ऊपर विवाह के लिए दबाव डाल रहे हैं। उसके पिता इसके पक्ष में हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की कानूनी सजा नहीं दी जाये। सिर्फ उन्हें पाबंद किया जाए। सीता ने यह भी बताया कि उसकी शादी उसकी मर्जी खिलाफ हो रही है। उन्हें केवल पाबंद किया जाए। मेरी शादी 12 मई को तय की गई है। सीता ने उपखंड अधिकारी से बेमेल विवाह नही कराने की मांग की है। उसने प्रार्थना पत्र में लिखा कि वो अभी शादी नही करना चाहती है ओर भविष्य में पढ़ लिख कर आगे बढऩा चाहती है। लडक़े की मां भी यह नहीं चाहती है कि उसके लडक़े का विवाह उससे उम्र में बड़ी लडक़ी से हो। वो भी मना कर रही है। लेकिन लडक़े के पिता दबाव डाल के शादी करा रहे हैं। समाज में लोगों ने उससे यह कहा कि अपनी जाति में लड़कियों को पढ़ा रहे तो वह बिगड़ रही है।अब उन्होंने यह फैसला लिया है कि आप अपनी समाज में लड़कियों को नहीं पढ़ाएंगे। उसकी इस बात की वजह से समाज की छोटी बहनों का भविष्य खतरे में है।