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पारसोला में नहीं है रोडवेज बस की सुविधा
पारसोला. प्रतापगढ़ जिले के अंतिम छोर दक्षिण में बसा पारसोला कस्बे से जिला मुख्यालय तक पहुंचने की कोई सुविधा नहीं है। पारसोला कस्बे से जिला बांसवाड़ा की सीमा 7 किलोमीटर, जिला डूंगरपुर 10 किलोमीटर, जिला उदयपुर 14 किलोमीटर की सीमा लगती हैं। कस्बे से जिला मुख्यालय प्रतापगढ़, उदयपुर, बांसवाड़ा ओर डूंगरपुर के लिए रोड़वेज बस की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। सम्पूर्ण जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र होने से रोड़वेज के अभाव में लोगों को समय और अर्थ दोनों का नुकसान होता है। पारसोला पहले उदयपुर जिले में था। तब जिला मुख्यालय के लिए सीधी सुविधा उपलब्ध थी। लेकिन वर्ष 2008 में प्रतापगढ़ जिला बना। तब धरियावद उपखण्ड को प्रतापगढ़ में मिला दिया गया। आज भी कस्बेवासी सरकारी कार्य के लिए प्रतापगढ़ व चिकित्सा सुविधा के लिए उदयपुर जाते है। कस्बेवासी हंसमुख जैन, सम्पतिलाल मकनावत, धनपाल जैन ने बताया कि पूर्व के वर्षों में पारसोला से उदयपुर, पारसोला से डूंगरपुर, अहमदाबाद, धरियावद से बांसवाड़ा वाया पारसोला के लिए रोड़वेज बस चलती थी जो बंद हो गई है। गत दिनों दो नई रोड़वेज बस का कस्बे से चालू करने के बाद एक माह मे पुन: बंद हो गई। तीन माह बाद तक भी रोडवेज बस की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है।
पारसोला में नहीं है रोडवेज बस की सुविधा
पारसोला. प्रतापगढ़ जिले के अंतिम छोर दक्षिण में बसा पारसोला कस्बे से जिला मुख्यालय तक पहुंचने की कोई सुविधा नहीं है। पारसोला कस्बे से जिला बांसवाड़ा की सीमा 7 किलोमीटर, जिला डूंगरपुर 10 किलोमीटर, जिला उदयपुर 14 किलोमीटर की सीमा लगती हैं। कस्बे से जिला मुख्यालय प्रतापगढ़, उदयपुर, बांसवाड़ा ओर डूंगरपुर के लिए रोड़वेज बस की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। सम्पूर्ण जिला आदिवासी बहुल क्षेत्र होने से रोड़वेज के अभाव में लोगों को समय और अर्थ दोनों का नुकसान होता है। पारसोला पहले उदयपुर जिले में था। तब जिला मुख्यालय के लिए सीधी सुविधा उपलब्ध थी। लेकिन वर्ष 2008 में प्रतापगढ़ जिला बना। तब धरियावद उपखण्ड को प्रतापगढ़ में मिला दिया गया। आज भी कस्बेवासी सरकारी कार्य के लिए प्रतापगढ़ व चिकित्सा सुविधा के लिए उदयपुर जाते है। कस्बेवासी हंसमुख जैन, सम्पतिलाल मकनावत, धनपाल जैन ने बताया कि पूर्व के वर्षों में पारसोला से उदयपुर, पारसोला से डूंगरपुर, अहमदाबाद, धरियावद से बांसवाड़ा वाया पारसोला के लिए रोड़वेज बस चलती थी जो बंद हो गई है। गत दिनों दो नई रोड़वेज बस का कस्बे से चालू करने के बाद एक माह मे पुन: बंद हो गई। तीन माह बाद तक भी रोडवेज बस की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है।