…और देर रात प्रतापगढ़ लौट आए सभापति डोसी, घर पर कर रहे हैं आराम सभापति के भाईकी जुबानी, सभापति के साथ लूट की कहानी
सभापति कमलेश डोसी के भाई अल्पेश डोसी ने बताया कि सभापति कमलेश डोसी को मुम्बई कुर्ला स्टेशन से बुरहानपुर जाना था। इस पर उन्होंने टुकड़ों में जाना उचित समझा। कुर्ला रेलवे स्टशेन पर भुसावल जाने के लिए सैकंड क्लास का तत्काल टिकट लेकर ट्रेन में बैठे। इस बोगी में पहले से ही तीन अज्ञात लोग मौजूद थे। उन लोगों ने 10 मिनट बाद ही हमला कर दिया। लुटेरों ने सोने का कड़ा, गले में पहनी सोने की चैन, नकदी व सभी आईडी प्रूफ तक ले लिए। इसके बाद कुछ पदार्थ सुंघा दिया, जिससे वे अचेत हो गए। इसके बाद जैसे ही डोसी को होश आता। वे फिर से मारपीट कर नशीला पदार्थ सुंघा देते। इस तरह से बेंगलूरु पहुंच गए। जहां किसी तरह से अज्ञात लोगों से बचते हुए रेलवे स्टेशन पर उतरे। जहां लोगों से मदद मांगी। इस दौरान चित्तौडगढ़़ के एक व्यवसायी ने उनकी मदद की। इसके बाद उन्हें अहमदाबाद भेजा गया। जहां परिजन भी पहुंच गए। एक दिन चिकित्सालय में भर्ती रहने के बाद मंगलवार रात एक बजे प्रतापगढ़ घर लाया गया।
सभापति कमलेश डोसी के भाई अल्पेश डोसी ने बताया कि सभापति कमलेश डोसी को मुम्बई कुर्ला स्टेशन से बुरहानपुर जाना था। इस पर उन्होंने टुकड़ों में जाना उचित समझा। कुर्ला रेलवे स्टशेन पर भुसावल जाने के लिए सैकंड क्लास का तत्काल टिकट लेकर ट्रेन में बैठे। इस बोगी में पहले से ही तीन अज्ञात लोग मौजूद थे। उन लोगों ने 10 मिनट बाद ही हमला कर दिया। लुटेरों ने सोने का कड़ा, गले में पहनी सोने की चैन, नकदी व सभी आईडी प्रूफ तक ले लिए। इसके बाद कुछ पदार्थ सुंघा दिया, जिससे वे अचेत हो गए। इसके बाद जैसे ही डोसी को होश आता। वे फिर से मारपीट कर नशीला पदार्थ सुंघा देते। इस तरह से बेंगलूरु पहुंच गए। जहां किसी तरह से अज्ञात लोगों से बचते हुए रेलवे स्टेशन पर उतरे। जहां लोगों से मदद मांगी। इस दौरान चित्तौडगढ़़ के एक व्यवसायी ने उनकी मदद की। इसके बाद उन्हें अहमदाबाद भेजा गया। जहां परिजन भी पहुंच गए। एक दिन चिकित्सालय में भर्ती रहने के बाद मंगलवार रात एक बजे प्रतापगढ़ घर लाया गया।
किस हाल में मिले नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी…जानने के लिए पढ़े पूरी खबर
जिद के कारण जल्दी आए प्रतापगढ़
परिजनों के अनुसार चिकित्सकों ने अभी दो-तीन दिन और अहमदाबाद चिकित्सालय में भर्ती रहने की सलाह दी थी। लेकिन नगर परिषद सभापति डोसी ने घर जाने की जिद की। इस कारण परिजनों को मंगलवार शाम को ही अहमदाबाद से निकलना पड़ा और मंगलवार रात एक बजे प्रतापगढ़ अपने घर पहुंचे। सभापति के देर रात घर पहुंचने पर परिजनों ने उनकी आरती उतारी और घर में प्रवेश किया। जिसके बाद डोसी ने अपने ईष्टदेव का स्मरण कर परिजनों से मिलकर भावुक हो गए। सुबह से ही उनके घर पर मिलने वालों का तांता लगा हुआ है।
जिद के कारण जल्दी आए प्रतापगढ़
परिजनों के अनुसार चिकित्सकों ने अभी दो-तीन दिन और अहमदाबाद चिकित्सालय में भर्ती रहने की सलाह दी थी। लेकिन नगर परिषद सभापति डोसी ने घर जाने की जिद की। इस कारण परिजनों को मंगलवार शाम को ही अहमदाबाद से निकलना पड़ा और मंगलवार रात एक बजे प्रतापगढ़ अपने घर पहुंचे। सभापति के देर रात घर पहुंचने पर परिजनों ने उनकी आरती उतारी और घर में प्रवेश किया। जिसके बाद डोसी ने अपने ईष्टदेव का स्मरण कर परिजनों से मिलकर भावुक हो गए। सुबह से ही उनके घर पर मिलने वालों का तांता लगा हुआ है।
प्रतापगढ़ नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी हुए लापता, कैसे ओर कहां हुए लापता जानने के लिए पढ़े पूरी खबर… जनता की सेवा के लिए भेजा है
हालांकि कमलेश डोसी अभी स्पष्ट और अधिक नहीं बोल पा रहे है। लेकिन इशारों में कम बोलकर बात कर रहे है। पत्रिका रिपोर्टर को उन्होंने इशारों से अपनी तरफ बुलाया।और कहा…आप सभी की दुआ और ऊपर वाले के आशीर्वाद से वे वापस आए हैं। प्रतापगढ़ जनता की सेवा के लिए ऊपर वाले ने उन्हें वापस भेजा है। आखिर मैंने उनका क्या बिगाड़ा था ? जो ऐसा सलुक किया। यह कहते हुए भावुक हो गए और होठों से शब्द भी नहीं निकल पाए।
हालांकि कमलेश डोसी अभी स्पष्ट और अधिक नहीं बोल पा रहे है। लेकिन इशारों में कम बोलकर बात कर रहे है। पत्रिका रिपोर्टर को उन्होंने इशारों से अपनी तरफ बुलाया।और कहा…आप सभी की दुआ और ऊपर वाले के आशीर्वाद से वे वापस आए हैं। प्रतापगढ़ जनता की सेवा के लिए ऊपर वाले ने उन्हें वापस भेजा है। आखिर मैंने उनका क्या बिगाड़ा था ? जो ऐसा सलुक किया। यह कहते हुए भावुक हो गए और होठों से शब्द भी नहीं निकल पाए।
सभापति के लापता होने से पहले का वीडियो आया सामने….देखे पूरा वीडियो.. यह रहा घटनाक्रम
नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी प्रतापगढ़ से 16 मई को रवाना हुए थे। जो जयपुर गए और वहां से रात को मुम्बई के लिए निकले। मुम्बई में 17 मई को एक होटल में ठहरे, जहां से पौने आठ बजे होटल को छोड़ा। इसके बाद मुम्बई के कुर्ला रेलवे स्टेशन पर रात 11 बजे तक सीसीटीवी फुटेज में दिखे। इसके बाद पुलिस व परिजनों की ओर से प्रयास किए। वहीं 21 मई सुबह वे बदहवास हालत में बेंगलूरु में मिले।
नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी प्रतापगढ़ से 16 मई को रवाना हुए थे। जो जयपुर गए और वहां से रात को मुम्बई के लिए निकले। मुम्बई में 17 मई को एक होटल में ठहरे, जहां से पौने आठ बजे होटल को छोड़ा। इसके बाद मुम्बई के कुर्ला रेलवे स्टेशन पर रात 11 बजे तक सीसीटीवी फुटेज में दिखे। इसके बाद पुलिस व परिजनों की ओर से प्रयास किए। वहीं 21 मई सुबह वे बदहवास हालत में बेंगलूरु में मिले।