कचरे को कचरा संग्रहालय में एकत्रित कर विभिन्न तरह के प्रोसेस से गुजरा जाता है। फिर इस कचरे से लोहा,प्लास्टिक, स्टील, लकड़ी, पीतल और कांच आदि को अलग अलग निकाल लिया जाता है। इससे बेचने योग्य चीजें बेच दी जाती है। इससे पंचायत को आय होती है। तरल एवं सडऩे वाली चीजों को कंपोस्ट खाद बनाने में उपयोग में लिया जाता है। इससे ग्राम पंचायत में आय का स्त्रोत बना हुआ है। ग्राम पंचायत में नाली, सडक़, स्वच्छता को लेकर ग्राम पंचायत के समस्त ग्रामीण एवं ग्राम पंचायत विशेषकर स्वच्छता को लेकर ध्यान रखते है
इस दौरे के बाद ग्राम पंचायत दलोदा के सभागार भवन में सामूहिक बैठक हुई। इसमें जिला परिषद प्रतापगढ़ के जिला समन्वयक परमेश्वर सेन ,पंचायत समिति पीपलखूंट के प्रसार अधिकारी ओमप्रकाश आड़लिय एवं ब्लॉक समन्वयक कुलदीप जोशी ने पंचायत समिति पीपलखूंट ग्राम पंचायत के समस्त सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी,कनिष्ठ तकनीकी सहायकों को एसएलआरएम ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल व कचरा संग्रहण व निस्तारण की जानकारी दी।
इससे पहले प्रधान अर्जुन लाल निनामा ने पंचायत समिति परिसर में बस को हरी झंडी दिखाकर दलौदा के लिए रवाना किया।
पंचायत समिति पीपलखूंट के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण ब्लॉक समन्वयक कुलदीप जोशी ने बताया कि पंचायत समिति के समस्त सरपंच ग्राम विकास अधिकारी एवं कनिष्ठ तकनीकी सहायक व अन्य जनप्रतिनिधि कनिष्ठ लिपिक सहायक आदि उपस्थित रहे।