प्रतापगढ़. राज्य स्तरीय 17 मे व 19 वर्ष तीरंदाजी प्रतियोगिता का उद्घाटन स्थानी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के हॉकी ग्राउंड में जिला कलक्टर डॉ इंद्रजीत यादव के मुख्य आथित्य पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद प्रतापगढ़ ओम प्रकाश ओझा की अध्यक्षता ब्लॉक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य सुरेंद्र चंडालिया ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के महासचिव सुरेश गुर्जर अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश नायक के विशिष्ट आथित्य में हुआ। जिला कलक्टर इंद्रजीत यादव ने ध्वज फहराकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। प्रधानाचार्य मोहम्मद शाहिद हसीब ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों के खिलाडिय़ों का टीम प्रभारी साथियों का आथित्य सत्कार करने का अवसर हमें इस प्रतियोगिता के माध्यम से मिल रहा है। जिस प्रकार से आभूषण बनाने के लिए सोने को तपाया पाया जाता है उसी प्रकार कुछ प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। जिला कलक्टर यादव ने कहा कि तीरंदाजी क्षेत्र में डूंगरपुर बांसवाड़ा एवं आदिवासी क्षेत्र के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय ही नहीं वरन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस क्षेत्र का परचम लहराया है। इस प्रतियोगिता से यदि एक भी खिलाड़ी प्रेरणा लेकर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाता है तो यह प्रतापगढ़ जिले के लिए गौरव की बात होगी। उन्होंने खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि किसी भी सफलता में मानसिक बाधा रोकती है, लेकिन कोई भी कार्य असंभव नहीं है,जो डरा नहीं वही जीतता है । उन्होंने खिलाडिय़ों से कहा कि वे खेल की भावना से खेले और अपने जिले का नाम रोशन करें । उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ी प्रदेश के अन्य जिलों से आए हैं वे प्रतापगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता को निहारे एवं जाखम बांध सहित गौतमेश्वर एवं अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण करें। समारोह में अतिथियों एवं खिलाडिय़ों का स्वागत करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक वसुमित्र सोनी ने बताया कि 17 व 19 आयु वर्ग में आयोजित हो रही तीरंदाजी प्रतियोगिता 20 से 24 नवंबर तक आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में उदयपुर सहित जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा एवं भरतपुर संभाग के 277 छात्र एवं 126 बालिका मिलाकर कुल 403 तीरंदाज खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। चंडालिया ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की कई प्रतिभाएं आज विभिन्न खेलों में प्रदर्शन करके आगे बढ़ रही हैं और खेलों का मकसद यही होता है कि प्रतिभाओं को अवसर मिले। राज्य सरकार ने प्रतिभाओं को अवसर देने के लिए हाल ही में ग्रामीण ओलंपिक का भी भव्य आयोजन करके खेल का जो माहौल पूरे राजस्थान में जागृत किया है वह प्रतिभाओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। ओझा ने खिलाडिय़ों को शपथ दिलाते हुए कहा कि हम भी इसी विद्यालय में पढ़े-खेले। खेल से ही अवसर प्राप्त होते हैं और कहा भी गया है कि स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। इस अवसर पर अथितियो ने स्मारिका का भी विमोचन किया। स्थानीय विद्यालय की छात्राओं और एपीसी विद्यालय की छात्राओं द्वारा आकर्षक समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया। आदर्श बाल मंदिर के घोष दल ने मार्च पास्ट को सुंदर बनाया मार्च पास्ट प्रस्तुति महेश सिंह और आजाद गोढ़ द्वारा कराई गई। कार्यक्रम का संचालन सुधीर वोरा रेखा बोरा द्वारा किया गया। अतिथियों का स्वागत जिला शिक्षा अधिकारी वसुमित्र अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक किशनलाल कोली संयोजक अनीश सक्सेना सहसंयोजक घनश्याम वैष्णव ऐडीईओ सुनील भट्ट पूनम चंद्र रेदास, जाकिर हुसैन द्वारा किया गया। प्रथम दिन 50 मीटर इंडियन राउंड के मुकाबले आयोजित किए गए। जिनको देखने के लिए भारी संख्या में लोग शाम ढलने तक भी मौजूद रहे। प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक आनंद स्वामी एवं अनीता हैं।
प्रतापगढ़. राज्य स्तरीय 17 मे व 19 वर्ष तीरंदाजी प्रतियोगिता का उद्घाटन स्थानी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के हॉकी ग्राउंड में जिला कलक्टर डॉ इंद्रजीत यादव के मुख्य आथित्य पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद प्रतापगढ़ ओम प्रकाश ओझा की अध्यक्षता ब्लॉक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य सुरेंद्र चंडालिया ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के महासचिव सुरेश गुर्जर अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश नायक के विशिष्ट आथित्य में हुआ। जिला कलक्टर इंद्रजीत यादव ने ध्वज फहराकर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। प्रधानाचार्य मोहम्मद शाहिद हसीब ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों के खिलाडिय़ों का टीम प्रभारी साथियों का आथित्य सत्कार करने का अवसर हमें इस प्रतियोगिता के माध्यम से मिल रहा है। जिस प्रकार से आभूषण बनाने के लिए सोने को तपाया पाया जाता है उसी प्रकार कुछ प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। जिला कलक्टर यादव ने कहा कि तीरंदाजी क्षेत्र में डूंगरपुर बांसवाड़ा एवं आदिवासी क्षेत्र के खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय ही नहीं वरन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस क्षेत्र का परचम लहराया है। इस प्रतियोगिता से यदि एक भी खिलाड़ी प्रेरणा लेकर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाता है तो यह प्रतापगढ़ जिले के लिए गौरव की बात होगी। उन्होंने खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि किसी भी सफलता में मानसिक बाधा रोकती है, लेकिन कोई भी कार्य असंभव नहीं है,जो डरा नहीं वही जीतता है । उन्होंने खिलाडिय़ों से कहा कि वे खेल की भावना से खेले और अपने जिले का नाम रोशन करें । उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ी प्रदेश के अन्य जिलों से आए हैं वे प्रतापगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता को निहारे एवं जाखम बांध सहित गौतमेश्वर एवं अन्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण करें। समारोह में अतिथियों एवं खिलाडिय़ों का स्वागत करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक वसुमित्र सोनी ने बताया कि 17 व 19 आयु वर्ग में आयोजित हो रही तीरंदाजी प्रतियोगिता 20 से 24 नवंबर तक आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में उदयपुर सहित जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा एवं भरतपुर संभाग के 277 छात्र एवं 126 बालिका मिलाकर कुल 403 तीरंदाज खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। चंडालिया ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की कई प्रतिभाएं आज विभिन्न खेलों में प्रदर्शन करके आगे बढ़ रही हैं और खेलों का मकसद यही होता है कि प्रतिभाओं को अवसर मिले। राज्य सरकार ने प्रतिभाओं को अवसर देने के लिए हाल ही में ग्रामीण ओलंपिक का भी भव्य आयोजन करके खेल का जो माहौल पूरे राजस्थान में जागृत किया है वह प्रतिभाओं के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। ओझा ने खिलाडिय़ों को शपथ दिलाते हुए कहा कि हम भी इसी विद्यालय में पढ़े-खेले। खेल से ही अवसर प्राप्त होते हैं और कहा भी गया है कि स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। इस अवसर पर अथितियो ने स्मारिका का भी विमोचन किया। स्थानीय विद्यालय की छात्राओं और एपीसी विद्यालय की छात्राओं द्वारा आकर्षक समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया। आदर्श बाल मंदिर के घोष दल ने मार्च पास्ट को सुंदर बनाया मार्च पास्ट प्रस्तुति महेश सिंह और आजाद गोढ़ द्वारा कराई गई। कार्यक्रम का संचालन सुधीर वोरा रेखा बोरा द्वारा किया गया। अतिथियों का स्वागत जिला शिक्षा अधिकारी वसुमित्र अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक किशनलाल कोली संयोजक अनीश सक्सेना सहसंयोजक घनश्याम वैष्णव ऐडीईओ सुनील भट्ट पूनम चंद्र रेदास, जाकिर हुसैन द्वारा किया गया। प्रथम दिन 50 मीटर इंडियन राउंड के मुकाबले आयोजित किए गए। जिनको देखने के लिए भारी संख्या में लोग शाम ढलने तक भी मौजूद रहे। प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक आनंद स्वामी एवं अनीता हैं।