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केवीके ने उठाया बीड़ा, किसानों की आय होगी दोगुनी

locationप्रतापगढ़Published: Oct 26, 2020 08:21:43 pm

Submitted by:

Devishankar Suthar

प्रतापगढ़. जिले में खेती में नवाचार के साथ ही उन्नत तकनीक अपनाकर किसानों की आय बढ़ाई जाएगी। इसके लिए कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से आगामी वर्ष के लिए बीड़ा उठाया गया है। जिसमें परम्परागत कृषि के साथ बागवानी, पशुपालन और मधुमक्खीपालन पर खास जोर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है।

केवीके ने उठाया बीड़ा, किसानों की आय होगी दोगुनी

केवीके ने उठाया बीड़ा, किसानों की आय होगी दोगुनी


-इस वर्ष नई तकनीक के साथ ही दिए जाएंगे प्रशिक्षण
-परम्परागत कृषि के साथ सहयोगी गतिविधियों को करेंगे क्रियांवित
-कांठल में है खेती के साथ अपार संभावनाएं
प्रतापगढ़. जिले में खेती में नवाचार के साथ ही उन्नत तकनीक अपनाकर किसानों की आय बढ़ाई जाएगी। इसके लिए कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से आगामी वर्ष के लिए बीड़ा उठाया गया है। जिसमें परम्परागत कृषि के साथ बागवानी, पशुपालन और मधुमक्खीपालन पर खास जोर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है।
गौरतलब है कि कांठल में परम्परागत खेती के साथ ही सह गतिविधियों को संचालित करने के लिए अपार संभावनाएं है। जिससे किसानों की आय बढ़ सके। इसके लिए कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से बीड़ा उठाया है। इसके तहत बागवानी और मधुमक्खीपालन के साथ ही जैविक खेती को बढ़ाया जाएगा। वर्षभर के लिए इस प्रकार की गतिविधियां संचालित की जाएगी। जिससे किसानों की आय बढ़ सके। इसके लिए वार्षिक कार्य योजना बनाई गई है।
-= मातृवृक्ष स्थापित होंगे
जिले में किसानों को परम्परागत खेती के साथ बागवानी और अन्य गतिविधियों से आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं संचालित की जाएगी। इसके लिए कृषक उत्पादक समूह बनाए जाएंगे। इसके साथ ही मधुमक्खी पालन, मशरुम इकाई भी विकसित की जाएगी। जिसे देखकर किसान भी आमदनी के रुप में इसकों अपनाएं। केन्द्र पर अमरुद, सीताफल एवं आम के मातृवृक्ष स्थापित किए जाएंगे। जिससे किसानों को गुणवत्तायुक्त पौधे प्राप्त हो सकें।
बढ़ाई जाएगी जैविक खेती
गत वर्षों से रसायनिक खेती से विपरित असर पड़ रहा है। ऐसे में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
इसके साथ ही सीताफल की खेती बढ़ाना होगा। वहीं दूसरी ओर पशुओं के लिए पौष्टिकता से भरपूर अजोला पर ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं केन्द्र की ओर से किसानों को परम्मरागत खेती के साथ ही मसाला फसलों की खेती की तरफ ध्यान दिलाया जाएगा। वहीं किसानों को उन्नत फसल तकनीक अपनाने के लिए प्रशिक्षण देने की योजना है।
प्रतापगढ़ के मंदसौर रोड स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र।
– डॉॅ. योगेश कन्नोजिया
प्रभारी, कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रतापगढ़
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