बढ़ते अपराधों और कानून व्यवस्था को लेकर कटारिया ने कहा कि विशेषकर बलात्कार के मामले में राजस्थान को भारत के टॉप राज्यों में आ गया है। आबादी की दृष्टि से उत्तर प्रदेश राजस्थान से 5 गुना बड़ा है। लेकिन अपराध और बलात्कार वहां कम है। राजस्थान में एक के बाद एक बलात्कार की घटनाएं हो रही है। विशेष तौर से छोटी बच्चियों के साथ, दलित महिलाओं और मासूम बेटियों के साथ बलात्कार कर हत्या की जा रही है। यह सुनकर आम आदमी की रूह कांप जाती है। कटारिया ने जिले की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ की धरियावद में हुई घटना का सच अगर सबके सामने आएगा तो सब शर्मसार हो जाएंगे। जनता के सामने किस तरह से मुंह दिखाएंगे। लगातार एक वर्ष तक दरिंदे सडक़ पर मां-बहनों को रोककर उनकी इज्जत लूटने का कार्य कर रहे थे। चोरी के मामले में उन को पकडक़र पूछताछ की तो सब भंडाफोड़ हो गया। पकड़े गए लोगों के मोबाइल से जो अश्लील वीडियो की निकली। उसने शर्मशार कर दिया। यह पुलिस के लिए भी शर्मनाक बात है। अगर पुलिस की आंख सडक़ पर खड़े बदमाशों को निरन्तर देखते हुए भी अगर पुलिस समझ नहीं पाती है तो निश्चित रूप से जिले बेहतर पुलिसिंग नहीं है।
महुडिय़ा में ये रहे मौजूद
इस दौरान प्रतापगढ़ जिला अध्यक्ष गोपाल कुमावत, चित्तौडग़ढ़ जिला अध्यक्ष गौतम दक, जिला महामंत्री किसान नेता सोहनलाल आंजना, चित्तौडग़ढ़ उप जिला प्रमुख भूपेंद्रसिंह बडोली, बड़ीसादड़ी विधायक ललित ओस्तवाल, प्रतापगढ़ युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष जसपाल गुर्जर, पूर्व विधायक अशोक नवलखाए निंबाहेड़ा प्रधान बगदीराम धाकड़, पूर्व प्रधान महावीरसिंह, पूर्वी मंडल अध्यक्ष कैलाश गुर्जर, नगर अध्यक्ष रामचन्द्र माली, अजीत दुग्गड़, पश्चिमी मंडल अध्यक्ष रमेश गोपावत, प्रतापगढ़ ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राघवेंद्रसिंह, भाजपा नेता डालचंद जनवा, मिट्ठूलाल जनवा, मधुसूदन सिंह झाला, घनश्याम मेनारिया सहित ग्रामीण मौजूद थे।