पुलिस ने एसपी कार्यालय में ही मामला दर्जकर पीपलखूंट उप अधीक्षक को जांच के आदेश दिए है। वहीं दूसरी ओर विवाहिता का पति भी अपने दो मासूम बच्चों को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। जहां उसने ससुर पर रुपयों के लिए उसकी पत्नी को अन्य युवक को बेचने व बलात्कार व जंजीरों से बांधने का झूठा आरोप लगाया है। पुलिस ने इसे भी जांच में लिया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने बताया कि घंटाली थाना इलाके से एक विवाहिता अपने माता-पिता के साथ कार्यालय में आई। उसके एक पैर में लोहे की जंजीर बंधी हुई थी। उसने रिपोर्ट दी कि उसका पति के साथ गत कई माह से विवाद चल रहा है।
इस कारण वह गत दिनों से अपने पिता के पास रह रही थी। गत 28 जुलाई रात को उसका पति व कुछ अन्य लोग मोटरसाइकिलों से वहां आए। उसे अपने साथ जबरन उसके ससुराल ले गए। जहां एक कमरे में बंद कर दिया पति और उसके परिजनों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। लोहे की जंजीर को पैर में बांध दी।
इससे वह भाग नहीं सके। दो दिन बाद वह शौच के बहाने वहां से निकली, जबकि पैर में जंजीर बंधी हुई थी। वह 10 किलोमीटर दूर अपने पिता के पास पहुंची और आपबीती सुनाई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। वहीं दूसरी ओर उसका पति भी अपने दो मासूम बच्चों व परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा।
जहां रिपोर्ट में बताया कि उसके पांच बच्चे है।जो क्रमश: दो वर्ष, चार वर्ष, 6 वर्ष, 10 वर्ष और 18 वर्ष के है। जबकि उसका ससुर पत्नी को गांव के ही एक युवक को रुपए लेकर सौंपना चाहता है। इस कारण वह बलात्कार और जंजीर में बांधने का झूठा मामला दर्ज करा रही है।
मामले को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने विवाहिता का प्रकरण दर्ज कर पीपलखूंट उप अधीक्षक को जांच के आदेश दिए है। इस पर पुलिस ने विवाहिता को साथ लेकर मौका-मुआयना किया।