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अफीम नीति पर चर्चा के लिए मंत्री से मिले सांसद जोशी, किसानों के हित का रखा पक्ष

locationप्रतापगढ़Published: Aug 03, 2019 11:23:30 am

Submitted by:

Rakesh Verma

अफीम नीति पर चर्चा के लिए मंत्री से मिले सांसद जोशी, किसानों के हित का रखा पक्ष

pratapgarh

अफीम नीति पर चर्चा के लिए मंत्री से मिले सांसद जोशी, किसानों के हित का रखा पक्ष

प्रतापगढ़. आगामी अफीम पॉलिसी में किसान हितों का ध्यान रखने के लिए चित्तौडगढ सांसद सी.पी.जोशी ने केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। सांसद सी पी जोशी ने कहा कि अफीम किसानों के लिए इस सरकार के द्वारा कई सौगाते दी हैं तथा विभिन्न नियमों में परिवर्तन करके किसानों के अनुकुल बनाया है। वर्तमान में अफीम किसानों से संबधित कुछ समस्याऐं हैं जिनका समाधान आवश्यक है। आगामी नीति के तहत या तो मार्फिन के मानकों को कम किया जाए या औसत के आधार पर नए लाईसेसं दिए जाएं। जिससे किसानों को हो रही चिन्ता दूर हो सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 के बाद वाले अफीम लाईसेंस (पुराने) में मार्फिन 9 प्रतिशत के बजाय 6 प्रतिशत कर लाईसेंस जारी किए जाएं। विभिन्न कारणों से अब तक कटे हुये पट्टों को नीति में शिथिलता देते हुये किसानों को राहत प्रदान की जाए। अफीम फसल का मूल्य बढ़ाया जाए। अफीम फसल बुवाई के 40 दिनों के अन्दर गिरदावरी कार्य पूर्ण कर लिया जाए। अफीम लाईसेंस में नाम, उपनाम, पिता/पति के नाम, गांव आदि में त्रुटि सुधार की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाए। अफीम तौल केन्द्र पर ही अफीम जांच का अंतिम परिणाम प्राप्त हो सके ऐसी प्रक्रिया अपनाई जाए। आगामी माह सितम्बर-2019 के अन्तिम सप्ताह तक अफीम किसानों को लाईसेंस प्रदान कर दिये जाएं। नये अफीम कारखाने की क्षमता को बढाया जाए। अफीम लाईसेंसधारी की मृत्यु के बाद पुत्रवधु या पौत्र के नाम से अफीम नामान्तरण को प्रारंभ किया जाए। मुखिया के घर किये जाने वाले अफीम के कच्चे तौल को पूर्णतया बन्द किया जाए। अफीम लाईसेंस स्वीकृत होने के बाद अफीम लाईसेंस शुल्क जमा नही करनें, पानी नही होने के कारण बुवाई न कर सकने के कारण या अन्य किसी कारणवश कटे अफीम लाईसेंस को बहाल किया जाए। इस अवसर पर सांसद दुष्यंत सिंह, सुभाष बहेडिया, सुधीर गुप्ता भी साथ थे ।

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