scriptअब बिना पास के मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में नहीं होगा प्रवेश | Now admission will not be done in the nearby maternal and child medica | Patrika News

अब बिना पास के मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में नहीं होगा प्रवेश

locationप्रतापगढ़Published: Mar 04, 2021 08:28:16 am

Submitted by:

Devishankar Suthar

प्रतापगढ़. पड़ौसी जिलों में हाल ही में चिकित्सालयों से नवजात की चोरी की घटनाओं को देखते हुए प्रतापगढ़ जिला चिकित्सालय में भी सख्ती शुरू कर दी गई है। इसके तहत यहां व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया है। इसके तहत जिला चिकित्सालय परिसर में कोई भी निजी एंबुलेंस को खड़ी नहीं करने के आदेश दिए है। जबकि मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में मरीज के दो परिजनों को ही पास देकर प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य लोगों को अंदी प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। इसके लिए बुधवार से ही व्यवस्थाएं लागू कर दी गई है।

अब बिना पास के मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में नहीं होगा प्रवेश

अब बिना पास के मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में नहीं होगा प्रवेश


-पड़ौसी जिलों में चिकित्सालयों से बच्चे चोरी की घटनाओं से की सख्ती
-जिला चिकित्सालय में खड़ी नहीं होगी निजी एंबुलेंस
-मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में पास सिस्टम किया लागू
प्रतापगढ़. पड़ौसी जिलों में हाल ही में चिकित्सालयों से नवजात की चोरी की घटनाओं को देखते हुए प्रतापगढ़ जिला चिकित्सालय में भी सख्ती शुरू कर दी गई है। इसके तहत यहां व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया है। इसके तहत जिला चिकित्सालय परिसर में कोई भी निजी एंबुलेंस को खड़ी नहीं करने के आदेश दिए है। जबकि मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में मरीज के दो परिजनों को ही पास देकर प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा अन्य लोगों को अंदी प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। इसके लिए बुधवार से ही व्यवस्थाएं लागू कर दी गई है।
गौरतलब है कि पड़ौसी जिले बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर में गत दिनों बच्चा चोरी होने की घटनाएं हुई है। इसे देखते हुए यहां जिला चिकित्सालय प्रशासन सजग हो गया है। यहां मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में मरीज के साथ कई लोगों का भी जमावड़ा रहता था। ऐसे में कई गतिविधियों के होने की आशंका भी बनी रहती थी। इसे देखते हुए यहां पास सिस्टम लागू किया गया है। इसके तहत मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में मरीज के साथ दोपरिजनों को प्रवेश दिया जाना तय किया गया है। इसके लिए भी संबंधित वार्ड इंजार्च की ओर से दोनों को पास दिया जाएगा। इस आधार पर वो यहां वार्ड में रह सकेंगे। इसके अलावा अन्य लोगों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा मरीज को मिलने के लिए अन्य लोगों के प्रवेश का समय निर्धारित किया गया है। जिसमें शाम चार बजे से ६ बजे तक मरीज के अन्य रिश्तेदारों को भी मिलने के लिए पास जारी किया जाएगा।
इसके अलावा यहां परिसर में व्यवस्थाएं सुचारू रखने के लिए निजी एंबुलेंस को भी परिसर से बाहर किया गया है। पहले तक कई निजी एंबुलेंस यहां परिसर में ही खड़ी कही जाती थी। जिससे काफी परेशानी होती थी। इसे देखते हुए जिला चिकित्सालय प्रशासन की ओर से सभी निजी एंबुलेंस को परिसर से बाहर खड़ी करवा दी गई है। जब भी किसी को एंबुलेंस की आवश्यकता होगी, बाहर से एंबुलेंस को मंगवाई जाएगी।
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व्यवस्थाओं में किया है बदलाव
पड़ौसी जिलों में बच्चे चोरी होने की घटनाओं के मद्देनजर यहां भी काफई बदलाव किया गया है। जिसमें मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई में पास सिस्टम लागू किया गया है। यहां मरीज के साथ दो परिजनों को पास से प्रवेश दिया जाएगा। वहीं व्यवस्थाओं में सुचारू रखने के लिए परिसर में खड़ी निजी एंबुलेंस को बाहर खड़ी करवाई गई है। किसी को आवश्यकता होने पर एंबुलेंस को अंदर मंगवाई जाएगी।
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डॉ. ओपी दायमा, प्रमुख चिकित्साधिकारी, जिला चिकित्सालय प्रतापगढ़.
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