‘कहीं पर चोट के निशान हैं’ ( Pratapgarh News ) प्राप्त जानकारी के अनुसार पशु चिकित्सकों ने पैंथर की मौत सामान्य रूप से होना बताया है। क्षेत्रीय वन अधिकारी दारासिंह राणावत ने बताया कि पैंथर का शव 13 घंटे से अधिक पुराना है। मृत पैंथर की हाथ पैरों की हड्डियां सलामत हैं, मुंह के दांत भी पूरे सही पाए गए हैं जिसके आधार पर यह माना जा सकता है की इस पर किसी दूसरे जानवर ने हमला नहीं किया और न ही कहीं पर चोट के निशान हैं। प्रथम दृष्टिया भूख, बीमारी या संक्रमण के कारण पैंथर की मौत होना पाया जा रहा है।
करमदिया नर्सरी में अंतिम संस्कार डीएफओ संग्राम सिंह ने बताया कि चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद में पैंथर का बांसवाड़ा रोड़ स्तिथ वन विभाग की करमदिया नर्सरी में अंतिम संस्कार कर दिया है। पैंथर की मौत कैसे हुई इसका खुलासा मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा।
यह रहे मौजूद इस दौरान एसडीएम विनोद कुमार महलोत्रा, डीएसपी ब्रजेशकुमार, नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी, वन विभाग के भूपेंद्रसिंह सहित वन विभाग, पुलिस और प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधि की मौजूदगी में पैंथर का पोस्टमार्टम किया गया।