नई ग्राम पंचायतें बनने पर कहीं खुशी कहीं गम: जिन गांवों का नाम अधिसूचना में नहीं वहां निराशा
प्रतापगढ़Published: Nov 18, 2019 01:05:01 pm
चार प्रस्तावित थी,जिले को दो ही मिली पंचायत समितियां(pratapgarh news in hindi)
नई ग्राम पंचायतें बनने पर कहीं खुशी कहीं गम: जिन गांवों का नाम अधिसूचना में नहीं वहां निराशा
प्रतापगढ़. राज्य सरकार की ओर से जिले में पंचायतों के पुनर्गठन में प्रतापगढ़ जिले को दो ही पंचायत समितियों से संतोष करना पड़ेगा, जबकि चार नई पंचायत समितियां प्रस्तावित थी। लेकिन राजनीतिक गुटबाजी और विवाद के चलते सरकार ने जिले को प्रस्तावित बारावरदा और मंूगाणा पंचायत समितियां नहीं मिली। केवल दलोट और सुहागपुरा ही नई पंचायत समितियों की घोषणा की गई। बारावरदा को पंचायत समिति नहीं बनाने पर विरोधके स्वर उठने लगे हैं। इस बीच नई ग्राम पंचायतों की घोषणा से कहीं खुशी का माहौल है, जबकि कहीं निराशा है।
गत माह जिला प्रशासन ने नए मापदंडों के आधार पर सुहागपुरा, दलोट, मूंगाणा और बारावरदा को पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को जब आम लोगों की राय के लिए रखा गया तब देवगढ़ और पारसोला क्षेत्र के लोगों की ओर से विरोध शुरू हो गया। देवगढ़ और पारसोला क्षेत्र के लोगों ने जिला मुख्यालय पर आकर प्रदर्शन भी किया था। इसके साथ ही बारावरदा और मंूगाणा के लोगों ने भी पंचायत समिति का दर्जा बरकरार रखने को लेकर आंदोलन किया था। इस मामले में विधायक रामलाल मीणा ने भी दोनों ही पक्षों को उचित कार्रवाईका आश्वासन दिया था। लेकिन रविवार को राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में जिले में केवल दलोट और सुहागपुरा को ही पंचायत समिति का दर्जा दिया गया।
विवाद के चलते हटा दिए नाम:
जानकारों का कहना है कि राज्य सरकार ने रविवार की पंचायत पुनर्गठनकी अधिसूचना में पूरे प्रदेश से ऐसे ही विवादित क्षेत्रों को पंचायत समिति का दर्जा नहीं दिया। जिन स्थानों को लेकर जनता में विरोध या विवाद था। उन्हें इस अधिसूचना में शामिल नहीं किया गया।
एक ही गांव को दो पंचायतों में किया शामिल
राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में जिले के तीन गांवों को लेकर विसंगति भी सामने आई है। जिले ेके अचलपुर पंचायत के गोपालपुरा गांव को नई बनी पंचायत करमदीखेड़ा और अचलपुरा दोनों में ही सम्मिलित कर दिया। जबकि प्रशासन ने इसे करमदीखेड़ा पंचायत में जोडऩे का प्रस्ताव भेजा था।इसी प्रकार देवगढ़ ग्राम पंचायत के बारी गांव को नवसृजित पंचायत सामलीपठार और बिहारा दोनों में ही शामिल कर लिया गया, जबकि जिला प्रशासन ने इसे सामलीपठार में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा था।
अधिसूचना में तीसरी त्रुटि सिद्धपुरा पंचायत के एक अन्य गांव गोपालपुरा को लेकर हुई। गोपालपुरा को बमोतर में शामिल कर बताया गया है, जबकि बमोतर पंचायत सृजित ही नहीं की गई। अब प्रशासन ने इन तीनों गांवों में सृधार को लेकर पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
नई पंचायत बनने पर की आतिशबाजी
मेरियाखेडी. क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा नई ग्राम पंचायत बनाने पर लोगों ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। यहां मेरियाखेडी की ढिकनिया व बारावरदा की खेडानाहरसिह माता नई ग्राम पंचायत बनाने पर ग्रामीणों ने आतिशबाजी कर खुशियां मनाई गई। मिठाइयां बांटी गई। यहां खेडानाहरसिह माता मंदिर पर सुबह से ग्रामीण इक_े होने लगे।
बारावरदा में विरोध शुरू
बारावरदा पंचायत समिति संघर्ष समिति ने बारावरदा को पंचायत समिति नहीं बनाने पर रोष व्यक्त किया है। संघर्ष समिति के सदस्य लालचंद गुर्जर ने बताया कि बारावरदा पंचायत समिति नहीं बनने के से बड़ीसादड़ी विधानसभा क्षेत्र की 18 पंचायतों के कार्यकर्ता व ग्रामीणों में रोष है। बड़ी सादड़ी विधानसभा में न तो देवगढ़ पंचायत समिति बनी और ना ही बारावरदा बारावरदा। जबकि बारावरदा पंचायत समिति प्रस्तावित थी लेकिन राजनीतिक भेदभाव और दबाव के कारण इसे रोक लिया गया। गुर्जर ने चेतावनी दी कि इस मामले में आंदोलन तेज किया जाएगा।