प्रतापगढ़ की बेटी
जयपुर में राष्ट्रीय अवार्ड से होगी सम्मानित
प्रतापगढ़. जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में आगामी 8 मार्च को नृत्याशी कला सोसाइटी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रतापगढ़ की बेटी डॉ अनीता बोराना को आईडियल वुमनिया नेशनल अवॉर्ड 2018 से सम्मानित किया जाएगा। यह अवार्ड उनके द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में महिलाओं को स्वरोजगार से जोडऩे व सशक्त बनाने में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा। पूरे भारत से चयन प्रक्रिया द्वारा 21 महिलाओं का चयन किया गया है। जिसमें से उनका चयन प्रतापगढ़ के लिए गर्व का विषय है। अपने चयन से उत्साहित डॉ अनीता बोराना ने कहा कि यह उनके द्वारा ईमानदारी से किए गए प्रयास का परिणाम है तथा उनके माता-पिता का आशीर्वाद है। डॉ बोराना करीब 4 वर्षो से महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही हैं तथा वर्तमान में बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान प्रतापगढ़ में सीनियर ट्रेनिंग कॉर्डिनेटर के रूप में पदस्थ है। डॉ बोराना का मानना है कि एक सशक्त महिला जीवन में किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं तथा यही सोच उनको उनके कार्य के लिए प्रेरित करती है। गौरतलब है कि डॉ अनीता बोराना जिले में उनके समाज में पीएचडी करने वाली प्रथम महिला भी है। मानव संसाधन विकास विषय में पीएचडी उपाधि प्राप्त अनीता के पिता कैलाश चंद बोराना राजकीय मॉडल स्कूल, अरनोद के प्रधानाचार्य तथा माता आशा बोराना गृहिणी है। कार्यक्रम में देशभर से विभिन्न क्षेत्रों में सफल 21 महिलाएं सम्मानित होंगी।
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बच्चों के दांतों की हुई निशुल्क जांच
-बताए दांत सही रखने के तरीके
प्रतापगढ़.
राष्ट्रीय मुख स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को शहर के बुरहानी बेग नवनिहाल सीनियर सेकेन्डरी स्कूल में बच्चों के दांतों की निशुल्क जांच की गई। जिला चिकित्सालय के कनिष्ठ दंत चिकित्सक आलोक यादव ने बच्चों के दांतों की जांच की। वहीं आईडीएसपी ऐपिडिमियोलोजिस्ट सचिन शर्मा ने बच्चों को ब्रश करने के सही तरीके बताए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ओ पी बैरवा ने बताया कि आमतौर पर लोग मुंह के स्वास्थ्य पर
ध्यान नहीं देते है, जिसकी वजह से मुंह में मौजूद बैक्टीरिया दांतों कि सतह पर जमा होने लगते हैं जिसे प्लॉक कहा जाता है। यह प्लॉक में मौजूद बैक्टीरिया आपके खाने में मौजूद शुगर एवं कार्बोहाइडेट को अम्ल में परिवर्तित कर देता है, इसी अम्ल के कारण दांत खराब होने लगते हैं। डॉ बैरवा के मुताबिक इस समस्या का निदान शुरूआती दौर में उपचार से संभव है। उन्होंने दांत एवं मुख को स्वस्थ्य रखने की राष्ट्रीय मुहिम के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर शिविर के शामिल छात्र-छात्राओं को मुख को स्वस्थ्य रखने के लिये जरूरी सलाह दी गई है। शिविर में कुल 176 बच्चों का मुख स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिनमें 6 4 बच्चों में दांतों की समस्या पाई गई। जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय बुलाया गया।