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बिजली बचाने में आदर्श बन रहे गांव
निगम ने बिजली बचाने की कवायद में सात गांवों का किया चयन
गांवों को बनाया गया एलईडी युक्त आदर्श गांव
प्रतापगढ़.
विद्युत निगम की ओर से बिजली बचाने के लिए जिले के सात गांवों को आदर्श बनाया जा रहा है। इसके तहत इन चयनित गांवों में एलईडी का उपयोग करने पर जोर दिया जा रहा है।निगम की ओर से इन गांवों में एलईडी के उपयोग के बाद उपभोक्ताओं के बिलों में भी 40 से 50 प्रतिशत तक कमी आई है। ऐसे में निगम भी उत्साहित है।
यह की जा रही कार्रवाई
निगम की ओर से इन गांवों में बैठकें आयोजित कर ग्रामीणों को जागरुक किया जा रहा है। ग्रामीणों को बिजली की बचत, उपभोग आदि के बारे में बताया जा रहा है। साधारण व सीएफएल के बजाय एलईडी में बिजली के बिल में कमी को लेकर आंकड़ों के साथ जागरुक किया जा रहा है। जिले में सात गांवों को आदर्श गांव चयनित किया गया है। इन गांवों में प्रथम चरण में निगम की ओर से बैठकें आयोजित कर बिजली की बचत के लिए ग्रामीणों को समझाइश की गई।
ये गांव हुए चयनित
जिले में निगम की ओर से प्रत्येक सहायक अभियंता कार्यालय के एरिए में एक-एक गांव को शामिल किया गया है। इसके तहत झांसड़ी, काजली, लालगढ़, सुहागपुरा, भोजपुर, खेरमालिया, बम्बोरी गांवों को लिया गया है।
गांवों में लिया गया सहयोग
विद्युत निगम की ओर से जिले में चयनित सात आदर्श गांवों में बैठकें की गई है। जिसमें ग्रामीणों के साथ प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया। बैठकों में जागरुक किया गया। वहीं ग्रामीणों को छीजत में कमी लाने पर जोर दिया गया।
मिले निर्बाध बिजली, कम हो बिल
निगम की ओर से जिले में बिजली बचाने के लिए अभियान के रूप में कार्य शुरू किया गया। जिसमें जिले के प्रत्येक सहायक अभियंता कार्यालय में एक-एक गांव का चयन किया गया। इन गांवो में बैठकें की गई। जिसमें विभिन्न पहलुओं के आधार पर समझाइश की गई। प्रारम्भिक तौर पर सामने आया कि इन गांवों में एलईडी के उपयोग से बिलों की राशि में काफी कमी आई है। ऐसे में जिले में सभी उपभोक्ताओं को भी एलईडी के उपयोग की सलाह दी जा रही है।
आर.सी. शर्मा
अधीक्षण अभियंता, अविविनिल, प्रतापगढ़
बिजली बचाने में आदर्श बन रहे गांव
निगम ने बिजली बचाने की कवायद में सात गांवों का किया चयन
गांवों को बनाया गया एलईडी युक्त आदर्श गांव
प्रतापगढ़.
विद्युत निगम की ओर से बिजली बचाने के लिए जिले के सात गांवों को आदर्श बनाया जा रहा है। इसके तहत इन चयनित गांवों में एलईडी का उपयोग करने पर जोर दिया जा रहा है।निगम की ओर से इन गांवों में एलईडी के उपयोग के बाद उपभोक्ताओं के बिलों में भी 40 से 50 प्रतिशत तक कमी आई है। ऐसे में निगम भी उत्साहित है।
यह की जा रही कार्रवाई
निगम की ओर से इन गांवों में बैठकें आयोजित कर ग्रामीणों को जागरुक किया जा रहा है। ग्रामीणों को बिजली की बचत, उपभोग आदि के बारे में बताया जा रहा है। साधारण व सीएफएल के बजाय एलईडी में बिजली के बिल में कमी को लेकर आंकड़ों के साथ जागरुक किया जा रहा है। जिले में सात गांवों को आदर्श गांव चयनित किया गया है। इन गांवों में प्रथम चरण में निगम की ओर से बैठकें आयोजित कर बिजली की बचत के लिए ग्रामीणों को समझाइश की गई।
ये गांव हुए चयनित
जिले में निगम की ओर से प्रत्येक सहायक अभियंता कार्यालय के एरिए में एक-एक गांव को शामिल किया गया है। इसके तहत झांसड़ी, काजली, लालगढ़, सुहागपुरा, भोजपुर, खेरमालिया, बम्बोरी गांवों को लिया गया है।
गांवों में लिया गया सहयोग
विद्युत निगम की ओर से जिले में चयनित सात आदर्श गांवों में बैठकें की गई है। जिसमें ग्रामीणों के साथ प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया। बैठकों में जागरुक किया गया। वहीं ग्रामीणों को छीजत में कमी लाने पर जोर दिया गया।
मिले निर्बाध बिजली, कम हो बिल
निगम की ओर से जिले में बिजली बचाने के लिए अभियान के रूप में कार्य शुरू किया गया। जिसमें जिले के प्रत्येक सहायक अभियंता कार्यालय में एक-एक गांव का चयन किया गया। इन गांवो में बैठकें की गई। जिसमें विभिन्न पहलुओं के आधार पर समझाइश की गई। प्रारम्भिक तौर पर सामने आया कि इन गांवों में एलईडी के उपयोग से बिलों की राशि में काफी कमी आई है। ऐसे में जिले में सभी उपभोक्ताओं को भी एलईडी के उपयोग की सलाह दी जा रही है।
आर.सी. शर्मा
अधीक्षण अभियंता, अविविनिल, प्रतापगढ़