प्रतापगढ़

कृषि उपज मंडी में पहुंचने लगी रबी की फसल

प्रतापगढ़. कांठल में रबी की अगेती किस्मों की कटाई होने के बाद उपज मंडी में पहुंचने लगी है। वहीं भाव भी गत वर्ष से ऊंचे मिल रहे हैं। ऐसे में यहां आवक लगातार बढ़ रही है। दूसरी ओर आगामी दिनों में आवक बंपर होने की उम्मीद को देखते हुए मंडी परिसर में व्यवस्थाओं में बदलाव को लेकर मंडी प्रशासन ने कमर कस ली है।

प्रतापगढ़Feb 26, 2021 / 09:02 am

Devishankar Suthar

कृषि उपज मंडी में पहुंचने लगी रबी की फसल


-गत वर्ष से भाव भी अच्छे
-प्रतापगढ़. कांठल में रबी की अगेती किस्मों की कटाई होने के बाद उपज मंडी में पहुंचने लगी है। वहीं भाव भी गत वर्ष से ऊंचे मिल रहे हैं। ऐसे में यहां आवक लगातार बढ़ रही है। दूसरी ओर आगामी दिनों में आवक बंपर होने की उम्मीद को देखते हुए मंडी परिसर में व्यवस्थाओं में बदलाव को लेकर मंडी प्रशासन ने कमर कस ली है।
जिले में अगेती रबी की फसलों के साथ अन्य किस्मों की फसलों की कटाई भी शुरू हो गई है। इसके साथ ही कृषि मंडी में जिंसों की आवक होने लगी है। अभी यहां सरसों, मसूर की मुख्य आवक हो रही है। जबकि लहसुन, प्याज, गेहूं, अलसी अािद जिंसों की भी आवक शुरू हो गई है। वहीं गत वर्षों की तुलना में भाव भी अधिक है। जिससे किसान भी खेतों और खलिहानों से फसल निकालकर सीधे मंडी में बिक्री के लिए पहुंचा रहे हैं।
नए गेहंू की होने लगी आवक
प्रतापगढ़. जिले में अगेती किस्मों के साथ ही गेहूं की फसल की कटाई शुरू हो गई है। ऐसे में गेहंू की भी आवक यहां मंडी में होने लगी है। अभी यहां मंडी में पांच सौ बोरी गेहूं की आवक हो रही है। जिसमें से दो सौ बोरी नए गेहूं की आवक हो रही है।
=–
यह हो रही है आवक
कृषि मंडी में रबी की फसल की की आवक हो रही है। जिसमें पांच सौ बोरी गेहं, सौ बोरी मक्का, दो सौ बोरी चना, १५ सौ बोरी मसूर, १३ सौ बोरी सरसों, ५० बोरी मैथी, एक हजार बोरी सोयाबीन, सौ बोरी अजवाइन, एक हजार बोरी लहसुन, ५० बोरी प्याज, ढाई सौ बोरी धनिया, ५० बोरी जौ, ५० बोरी असालिया की आवक हो रही है।

-=-==पानी की हो समुचित व्यवस्था
यहां कृषि मंडी परिसर में पेयजल के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है। हालांकि यहां प्याऊ लगी हुई है। लेकिन हाथ से चलाने वाली गाड़ी को भी गत वर्षों में गर्मी में पानी के लिए शुरू की गई है। जो अीाी बंद है। ऐसे में किसानों, हम्मालों, तुलावटियों, आढ़तियों, व्यापारियों को पेयजल के लिए भटकना पड़ता है। बताया गया है कि यहां पानी की व्यवस्था के लिए संविदाकर्मी लगाए हुए है।
::
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.