2416 किमी सडक़ों की कुल लम्बाई
507 किमी सडक़ों का नवीनीकरण प्रस्तावित
88 करोड रुपए की आएगी लागत
प्रतापगढ़.जिले में लम्बे समय से खस्ताहाल विभिन्न सडक़ों का जल्द ही कायाकल्प हो सकता है। सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से जिले में खस्ताहाल 507 किलोमीटर सडक़ों के नवीनीकरण के लिए मुख्य अभियंता कार्यालय को प्रस्ताव भेजे गए थे। इन प्रस्तावों का भौतिक सत्यापन कर मुख्यालय को रिपोर्ट की गई है। जहां से स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा गया है।
सरकार ने मांगे थे प्रस्ताव
राज्य सरकार की ओर से जिले में खस्ताहाल सडक़ों के सुधार के लिए प्रस्ताव मांगे गए थे। इस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से सर्वे कर जिले की 2416 किलोमीटर सडक़ों में से 507 किलोमीटर सडक़ों पर नवीनीकरण की आवश्यकता पर विभाग की ओर से इन सडक़ों के नवीनीकरण के लिए 87 करोड़ 90 लाख की लागत के प्रस्ताव मुख्य अभियंता कार्यालय को भेजे गए।
मुख्यालय टीम ने किया भौतिक सत्यापन
सार्वजनिक निर्माण विभाग के जिला कार्यालय से मुख्य अभियंता कार्यालय को प्रस्ताव मिलने के बाद वहां अधीक्षण अभियंता के निर्देशन में आई टीम ने इस प्रस्ताव के तहत सडक़ों के नवीनीकरण की आवश्यकता का भौतिक सत्यापन किया। जिसमें सडक़ों के जल्द नवीनीकरण की आवश्यकता सत्यापित कर रिपोर्ट मुख्यालय को दी गई।
जल्द मिल सकती है स्वीकृति
सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिकारियों के अनुसार चूंकि सडक़ों में सुधार के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रस्ताव मांगे गए थे। प्रस्ताव में जिले की 509 खस्ताहाल सडक़ों के जल्द नवीनीकरण की आवश्यकता बताई गई। मुख्यालय की ओर से किए गए भौतिक सत्यापन में भी इन सडक़ों के जल्द नवीनीकरण का सत्यापन कर मुख्यालय को इसकी रिपोर्ट दी गई है। जिस राज्य सरकार को भेजा गया है। ऐसे में उम्मीद है की जल्द ही इन सडक़ों के नवीनीकरण की स्वीकृति मिल सकती है।
मिलेगी राहत
जिले में लम्बे समय से कई मुख्य जिला सडक़ों और ग्रामीण सडक़ों का खस्ताहाल है। जिन पर पेचवर्क से
काम नहीं चल सकता। ऐसे में इन सडक़ों में सुधार के लिए इनके नवीनीकरण की आवश्यकता है। जिसके प्रस्ताव भेजे गए हैं। इन प्रस्तावों की स्वीकृति मिलने पर सडक़ नवीनीकरण कार्य किया जाएगा। जिससे इन सडक़ों पर आवागमन में लोगों को राहत मिलेगी।
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स्वीकृति का इंतजार
विभाग की ओर से जिले में 507 किमी सडक़ों के नवीनीकरण के लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजे थेे। जिसका भौतिक सत्यापन भी हो गया। अब इन कार्यो की स्वीकृति का इंतजार है।
जी एल वर्मा, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, प्रतापगढ़