गणगौर पर्व पर
शिव और पार्वती की नगर में निकली सवारी
छोटीसादड़ी. गणगौर पर्व आस्था प्रेम और पारिवारिक सौहार्द का सबसे बड़ा उत्सव है। गण शिव तथा गौर, पार्वती के इस पर्व में कुंवारी लड़कियां मनपसंद वर पाने की कामना करती हैं। विवाहित महिलाए गणगौर पूजन तथा व्रत कर अपने पति की दीर्घायु की कामना करती हैं। नगर के अग्रसेन बाजार में स्थित अग्रवाल धर्मशाला से बुधवार शाम को गाजे-बाजे और ढोल-नगाड़ों के साथ गणगौर सवारी निकली जो नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए सेठ जी की हवेली के पास उपाध्याय भवन पहुंची। जहां पर गणगौर की पूजा-अर्चना की गई व
मंगल गीत के बाद गणगौर की सवारी पुन: नगर भ्रमण करते हुए अग्रवाल धर्मशाला पहुंचकर समाप्त हुई। नगर में निकली गणगौर की सवारी में महिलाओं ने सज-धज वस्त्रों में सिर पर कलश धारण कर मंगल गीत गाते हुए चल रही थी उनके पीछे आकर्षक भव्य रथ में सवार गणगौर की सवारी अर्थात भगवान शिव और माता पार्वती की सवारी सवार थी। रथ को बेलों द्वारा खींचा जा रहा था।
=================================
रंगतेरस पर बिखरे रंग-गुलाल
-उमंग और उल्लास के साथ मनाया पर्व
-लोगों ने एक दूसरे को रंग-गुलाल लगा कर दी बधाई
प्रतापगढ़.
कांठल में गुरुवार को उमंग और उल्लास के साथ रंगतेरस मनाई गई। इस अवसर पर पूरा कांठल रंगों से सराबोर हो गया। लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल व रंग लगाकर रंगतेरस की बधाई दी। सुबह से दोपहर तक रंगतेरस की धमाल परवान पर रही। शहर के विभिन्न मौहल्लों व बाहरी कॉलोनियों में रंगतेरस की धूम रही। बच्चों, महिलाओं व पुरुषों में एक-दूसरे को रंग व गुलाल लगाने की होड़ मची रही। सभी होली की मस्ती में रंगे दिखाई दिए।
गांधी चौराहे पर खासी रौनक
शहर के मुख्य गांधी चौराहे पर सबसे ज्यादा चहल-पहल दिखाई दी। यहां बड़ी संख्या में लोग होली खेलते नजर आए, वहीं सदर बाजार, निचला बाजार व गोपालगंज में भी खासी रंगत छाई रही। शहर की नई आबादी, मालवा कॉलोनी, इन्द्रा कॉलोनी, जवाहरनगर, नाकोड़ा नगर व तिलक नगर आदि में भी रंगतेरस को लेेकर खासा उत्साह रहा।
उड़ते रहे रंग-गुलाल
रंगतेरस के दौरान कई लोग समूह बनाकर होली के संगीत की धुन पर होली के फाग गाते हुए गली-गली में रंग व गुलाल उड़ाते चल रहे थे वहीं कई लोगों ने अपने-अपने घर व मौहल्लों में परिचितों के साथ रंगतेरस का आनन्द उठाया। लोगों ने सपरिवार अपने रिश्तेदारों व परिचितों के यहां पहुंचकर भी एक-दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर रंगतेरस की बधाई दी।
थिरकते रहे लोग
रंगतेरस के अवसर पर लोग गली मौहल्लों व घरों के बाहर संगीत की धुन पर थिरकते नजर आए। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। पुरुषों के साथ ही महिलाओं व बच्चों में भी रंगतेरस पर खासा उत्साह देखा गया। वे दिनभर रंग-गुलाल उड़ाते हुए नाचते-गाते रहे। रंगतेरस के अवसर पर घरों में नाना प्रकार के व्यंजन भी बनाए गए। जिनका लोगों ने सपरिवार आनन्द उठाया और मेहमानों की आवाभगत की।
बोर्ड परीक्षा ने कुछ फीका किया रंग
रंगतेरस के दौरान बोर्ड परीक्षाएं हावी रही। जिले में गुरुवार से आठवीं, दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं हुई। ऐसे में बोर्ड परीक्षा देने जाने वाले बच्चे रंगतेरस का मजा नहीं ले पाए। वहीं अभिभावकों ने भी अपने बच्चों की परीक्षा को देखते हुए कुछ दूरी बनाए रखी। जिसने रंगतेरस का रंग कुछ फीका कर दिया।
उठाया डबल मजा
जिला बनने के बाद यहां नौकरी व
रोजगार के लिए बड़ी संख्या में अन्य जिलों के लोग निवास कर रहे हैं। उन्होंने जहां पूर्व में अपने $गृह जिलों में होली के अवसर पर धुलण्डी खेलने का आनन्द उठाया वहीं प्रतापगढ़ में रंगतेरस पर भी जमकर होली खेली। इन लोगों के लिए यह डबल मजे की तरह हो गया।
निकली गैर
रंगतेरस के अवसर पर विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से गेर निकाली गई। विभिन्न समाज के लोग टोलियों में समाज के लोगों के घर-घर पहुंचे और एक-दूसरे को रंग व गुलाल लगाया। टोलियों के आगे युवा ढोल की थाप व मंजीरे की धुन पर नाचते गाते चल रहे थे। शाम को विभिन्न संगठनों की ओर से सामुहिक आयोजन किया गया।
पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था
रंगतेरस को देखते हुए पुलिस की ओर से पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई। शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए शहर के मुख्य स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
—————————————-