प्रतापगढ़

डेढ़ घंटे में नदी-नाले उफने, राज्य मार्ग हुआ अवरुद्ध

जिले में बारिश का दौर नहीं थमा है। ऐसे में जिले में खंड वृष्टि हो रही है। जिससे काफी नुकसान हो रहा है। जिले में दिन को कई स्थानों पर बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश छोटीसादड़ी में हुई।

प्रतापगढ़Sep 06, 2019 / 07:24 pm

Devishankar Suthar

डेढ़ घंटे में नदी-नाले उफने, राज्य मार्ग हुआ अवरुद्ध


डेढ़ घंटे में नदी-नाले उफने, राज्य मार्ग हुआ अवरुद्ध
बहाव में गाय बहने से मौत
प्रतापगढ़
जिले में बारिश का दौर नहीं थमा है। ऐसे में जिले में खंड वृष्टि हो रही है। जिससे काफी नुकसान हो रहा है। जिले में दिन को कई स्थानों पर बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश छोटीसादड़ी में हुई। छोटीसादड़ी क्षेत्र में शुक्रवार को अचानक मौसम ने पलटा खाया। मात्र डेढ़ घंटे की बारिश में लोगों के राह अवरुद्ध हो गए। एक से डेढ़ घण्टे हुई बारिश से सडक़ों पर पानी का दरिया बहने लगा। जोरदार बारिश से एक दम सभी नाले उफान पर आ गए। कुछ समय के लिए जन-जीवन थम सा गया हो। छोटीसादड़ी से नीमच को जाने वाला राज्य मार्ग तक अवरुद्ध हो गया। कई जगह पर बड़े गड्डे हो गए। जो राहगीरों के लिए मुसीबत बन गए है। जोरदार बारिश से मलावदा पुलिया, नाराणी चौकी व नाराणी गांव के बीच स्थित पुलिया व नाराणी गांव के पास भी रोड पर पानी इतना था कि दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई। वहीं पुल के ऊपर से पानी का वेग अधिक होने से पूर्व प्रधान मनोहरलाल आंजना भी लोगो के बीच फंसे रहे। क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से खेतो में पानी भरा रहा। पानी का वेग कम होने के बाद ही वाहनों की आवाजावी शुरू हुई। तहसीलदार गणेशलाल पांचाल ने बताया कि शुक्रवार शाम पांच बजे तक 48 एमएम बारिश दर्ज की गई और अब तक कुल 991 एमएम बारिश दर्ज हो चुकी है। दूसरी ओर बारिश से पहले ही किसानों की फसल खराब होने लगी है। बारिश से खेतों में पानी भर जाने से किसानों की चिंता और बढऩे लगी है।
क्षेत्र के प्रसिद्ध भंवरमाता का झरना वेग से बहा। इस दौरान कई युवक पूरे वेग से बहते झरने के ऊपर से जान की परवाह किए बगैर रिस्की सेल्फी लेते नजर आए। ऐसे रिस्की स्थलों पर प्रशासन की ओर से सुरक्षा के इंतजामत नहीं है। जबकि रविवार व अन्य अवकाश के दिन यहां आने वाले प्रकृति प्रेमियों की भीड़ उमड़ती है और मेल जैसा माहौल बना रहता है।
फसल खराबे को लेकर भारतीय किसान संघ ने सौंपा ज्ञापन
अरनोद
ब्लॉक में फसल खराबे को लेकर भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में क्षेत्र के किसानों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि जिले में अतिवृष्टि होने से खरीफ की फसलें सोयाबीन, मक्का, उड़द खराब हो गई है। बरसात अधिक मात्रा में होने से फसलों के फूल झड़ गए है। खेतों में पानी भरा रहने से फसलें खराब हो गई। फसलें भी पीली होकर सूखने लगी है। इस अतिवृष्टि से खरीफ की फसलें पूरी तरह चौपट हो गई है। किसानों ने मांग करते हुए कहा कि समय रहते हुए इन फसलों की गिरदावरी कराई जाए। पटवारी द्वारा सही आंकलन कर फसलों का मुआवजा जारी किया जाए। किसानों में अपनी समस्या बताते हुए कहा कि बैंक द्वारा फसल बीमा किया जाता है, लेकिन इसके हमें कोई रसीद नहीं दी जाती और ना ही फसल खराब होने पर बीमा की कोई राशि दी जाती है । खरीफ की फसल पूरी तरह चौपट होने से किसानों के सामने आर्थिक समस्या पैदा हो गई है। जिसके चलते किसानों ने बिजली कनेक्शन के बिल माफी की मांग की। गिरदावरी कराकर फसलों का उचित मुआवजा दिलाने की मांग की। इस अवसर पर अध्यक्ष पन्नालाल डांगी, तहसील मंत्री सूरज आंजना, गिरजाशंकर, बहादुरलाल, बालूलाल, अमृतलाल, कारूलाल, अनोपसिंह, भंवरलाल, मांगीलाल सहित कई किसान मौजूद थे।
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