जिंदा रखने के लिए इन्होंने किए थे प्रयास
ऐसा नहीं की बीते दो दशकों में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में संगीत विषय बिलकुल नहीं चला। वर्ष 2000 के बाद स्थानीय संगीत विशेषज्ञों ने विद्यालय में संगीत की रूह को जीवित रखने की कोशिश की। जिनमें सुधा शर्मा व गोविन्द शर्मा प्रमुख हैं। जिन्होंने सत्र 2011 तक राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में संगीत विषय को जीवित रखने का प्रयास किया है।
संगीत के लिए जो भी योगदान होगा मैं हमेशा तैयार हूं…
राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मेें 2004 से सेवानिवृति तक मैंने संगीत विषय पढ़ाया। जबकि मेरा यह विषय नहीं था। लेकिन घर पर पिताजी संगीत विशारद थे, उसने से जो सीखा, उसी के आधार पर वर्ष 2010 तक संगीत में रूचि रखने वाली छात्राओं को संगीत सिखाया है। आज भी कई बालिकाएं हैं जो संगीत सीखना चाहती हैं। लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते इस विषय को संचालित नहीं किया जा रहा है। यदि विभाग और स्कूल प्रबंधन चाहे तो मैं पुन: नि:शुल्क अपनी सेवाएं देने को तैयार हूं। इससे विद्यालय की मेरिट में सुधार होगा वही बच्चियों के अंकों में भी आशातीत वृद्धि होगी।
गोविन्द शर्मा, सेवानिवृत शिक्षक (संगीतज्ञ) प्रतापगढ़
ऐसा नहीं की बीते दो दशकों में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में संगीत विषय बिलकुल नहीं चला। वर्ष 2000 के बाद स्थानीय संगीत विशेषज्ञों ने विद्यालय में संगीत की रूह को जीवित रखने की कोशिश की। जिनमें सुधा शर्मा व गोविन्द शर्मा प्रमुख हैं। जिन्होंने सत्र 2011 तक राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में संगीत विषय को जीवित रखने का प्रयास किया है।
संगीत के लिए जो भी योगदान होगा मैं हमेशा तैयार हूं…
राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मेें 2004 से सेवानिवृति तक मैंने संगीत विषय पढ़ाया। जबकि मेरा यह विषय नहीं था। लेकिन घर पर पिताजी संगीत विशारद थे, उसने से जो सीखा, उसी के आधार पर वर्ष 2010 तक संगीत में रूचि रखने वाली छात्राओं को संगीत सिखाया है। आज भी कई बालिकाएं हैं जो संगीत सीखना चाहती हैं। लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते इस विषय को संचालित नहीं किया जा रहा है। यदि विभाग और स्कूल प्रबंधन चाहे तो मैं पुन: नि:शुल्क अपनी सेवाएं देने को तैयार हूं। इससे विद्यालय की मेरिट में सुधार होगा वही बच्चियों के अंकों में भी आशातीत वृद्धि होगी।
गोविन्द शर्मा, सेवानिवृत शिक्षक (संगीतज्ञ) प्रतापगढ़
इस सत्र में संगीत विषय प्रारम्भ होगा
विद्यालय में संगीत विषय संचालित होगा । इसकी तैयारी चल रही है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी ओर मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी को समस्या से अवगत कराया है। उनके निर्देश पर शीघ्र ही एसएमसी बैठक में संगीत शिक्षक को बुलाकर निर्णय पारित कर संगीत की कक्षाएं प्रारम्भ करने का प्रयास किया जा रहा है।
विद्यालय प्रबंधन समिति अपने स्तर पर निर्णय कर चालू करें…
विद्यालय में संगीत विषय है, इसके लिए कोई अलग से अनुमति की आवश्यकता नहीं है। यदि संगीत अध्यापक नि:शुल्क सेवाएं देने को तैयार है तो इससे बेहतर क्या हो। विद्यालय प्रबंधन कमेटी अपने स्तर पर निर्णय कर संगीत की कक्षाएं शीघ्र चालू करें। इससे परिणामों में व्यापक सुधार होगा।
डा. शांतिलाल शर्मा
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) , प्रतापगढ़
विद्यालय में संगीत विषय संचालित होगा । इसकी तैयारी चल रही है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी ओर मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी को समस्या से अवगत कराया है। उनके निर्देश पर शीघ्र ही एसएमसी बैठक में संगीत शिक्षक को बुलाकर निर्णय पारित कर संगीत की कक्षाएं प्रारम्भ करने का प्रयास किया जा रहा है।
विद्यालय प्रबंधन समिति अपने स्तर पर निर्णय कर चालू करें…
विद्यालय में संगीत विषय है, इसके लिए कोई अलग से अनुमति की आवश्यकता नहीं है। यदि संगीत अध्यापक नि:शुल्क सेवाएं देने को तैयार है तो इससे बेहतर क्या हो। विद्यालय प्रबंधन कमेटी अपने स्तर पर निर्णय कर संगीत की कक्षाएं शीघ्र चालू करें। इससे परिणामों में व्यापक सुधार होगा।
डा. शांतिलाल शर्मा
जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) , प्रतापगढ़