उन्होंने लोगों को समझाइश का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने। इस दौरान गांधी चौराहे पर दो पक्षों में पत्थरबाजी हुई। इससे पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और लोगों को तीतर-बीतर किया। तनाव को देखते हुए शाम को धारा 144 लगा दी गई। लोगों को तीतर-बीतर करने के लिए खुद आईजी भी लाठी लेकर निकल पड़े।
शहर के तलाई मोहल्ला पर विवाद में हुए पथराव में नौ लोग घायल होने के चार घंटे बाद ही गरबा विसर्जन के जुलूस पर दो युवकों ने फायरिंग की। जिससे एक युवती समेत तीन लोग घायल हो गए। इससे माहौल गर्मा गया था। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विभिन्न हिंदूवादी संगठनों ने रविवार को शहर बंद करवा दिया।
READ: जोधपुर व्यापारी ने गैंगस्टर लॉरेंस की धमकियों का उड़ाया मजाक तो अजमेर जेल से ही रची मर्डर की साजिश शाम को एक तरफ तो नगर परिषद में आईजी और संभागीय आयुक्त लोगों को समझाइश कर रहे थे। वहीं गांधी चौराहे पर दो पक्षों में आमने-सामने पत्थराव होने लगा। इससे एक बार फिर से माहौल बिगडऩे लगा। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग और लोगों को तीतर-बीतर किया।
स्थिति को देखते हुए शाम को शहर में धारा 144 लागू कर दी गई। अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेन्द्र नागर ने गांधी चौराहे पर इसका अलाउंस किया। इसके बाद वे शहर में निकले। शहर के अंदरुनी इलाकों में आपस में झड़पें भी हुई। इसे देखते हुए सभी इलाकों में पुलिस बल बढ़ा दिया गया।