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प्रतापगढ़

माता को लगाया चौंसठ योगिनियों का भोग

प्रतापगढ़. किला परिसर स्थित बाणेश्वरी माता के मंदिर में गुरुवार को महानैवैद्य चढ़ाया गया। इस दौरान चौंसठ योगिनियों को भी विशेष नैवैद्य चढ़ाया गया। क्षेत्र में किसी भी प्रकार का कोई संकट लोगों पर नहीं आए, इसके लिए वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है।

प्रतापगढ़Oct 15, 2021 / 07:34 am

Devishankar Suthar

माता को लगाया चौंसठ योगिनियों का भोग

माता को लगाया चौंसठ योगिनियों का भोग


प्रतापगढ़. किला परिसर स्थित बाणेश्वरी माता के मंदिर में गुरुवार को महानैवैद्य चढ़ाया गया। इस दौरान चौंसठ योगिनियों को भी विशेष नैवैद्य चढ़ाया गया। क्षेत्र में किसी भी प्रकार का कोई संकट लोगों पर नहीं आए, इसके लिए वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है।
पुजारी मोहनलाल त्रिवेदी ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन से ही बाणेश्वरी माता मंदिर में अखंड ज्योत और पूजा पाठ के साथ नित्य आरती का आयोजन किया गया। आज अंतिम दिन मंदिर में माता को महानैवेद्य चढ़ाया गया। त्रिवेदी के अनुसार वर्षों से चली आ रही इस परंपरा के तहत चौंसठ योगिनिओं को भी नैवेद्य चढ़ाया गया। इस दौरान 64 थालियों में खीर, हलवा पूरी आदि अलग-अलग प्रकार के व्यंजन सजाए गए। आमजन को किसी भी बीमारी का सामना नहीं करना पड़े, लोगों को किसी भी संकट का सामना नहीं करना पड़े, इसको लेकर यह आयोजन किया जाता है। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए पहुंचे।

छोटीसादड़ी में अन्नपूर्णा मंदिर की उठी नोरता, निकले नेजे
–नवरात्र समापन पर हुए हवन व पूजा-अर्चना
छोटीसादड़ी. नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में गुरुवार को नवरात्र समापन पर माता के दरबार में पूजा-अर्चना, हवनकर माता की नौरता उठा नेजे निकालकर क्षेत्र को रोग मुक्त एवं खुशहाली की कामना की गई। रेगर मोहल्ला रोड़ स्थित अन्नपूर्णा माताजी के प्राचीन परंपरा के अनुसार नेजे निकाले गए। जिसमें देवी-देवताओं के भोपे सम्मिलित हुए। नगर में जगह-जगह महिलाओं, पुरुषों व बच्चों ने नमन कर आशीर्वाद लिया। अन्नपूर्णा मन्दिर के नेजे का जलसा गुरुवार को नगर भ्रमण के लिए निकला। जिसमे नगर के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
नेजे का जुलूस अन्नपूर्णा मंदिर से ढोल नगाड़ों के साथ शुरू हुआ। जिसमें सबसे आगे पुरुष निशान लिए चल रहे थे। नेजे के जुलूस में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जयकार लगाते हुए चल रहे थे। महिलाएं मंगल गीत गाती हुई चल रही थी। बाद में ज्वारों का विसर्जन किया गया। देव स्थानों पर धार्मिक अनुष्ठान हवन आदि किए गए। शक्तिपीठ भंवरमाता, चंडीमाता, अन्नपूर्णा माता, कालिका माता, भुवनेश्वरी माता गागरोल, देवाकमाता कालाकोट, आवरीमाता गाडरियावास, भक्ति धाम अंबामाता कारुंडा चौराहा आदि मंदिरों पर दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। हवन के साथ ज्वारा का विसर्जन किया गया। वहीं चौहान खेड़ा गांव में जणवा मोहल्ले पर चल रहे नवरात्र महोत्सव समापन पर आहुतियां दी। इस मौके पर अजीत जणवा, दशरथ जणवा, दिलकुश जणवा, प्रहलाद जणवा व भरत जणवा आदि हवन में विधि-विधान पूर्वक पंडित शंभूलाल द्वारा आहुतियां दिलाई गई। शुक्रवार को माता की पूजा-अर्चनाकर प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।
करजू. कस्बे के संकट मोचन हनुमान मंदिर पर अखड रामायण के पाठ का समापन महायज्ञ व पूर्णाहूति के साथ किया गया। महायज्ञ में गांव के विद्वान-पंडितों ने वैदिक मंत्रो”ाार के साथ महायज्ञ सम्पन्न करवाया। इस मौके पर गांव के लोगों ने महायज्ञ में पूर्णाहूति देकर गांव में खुशहाली की कामना के लिए मंगल कामना की। पंडित विष्णु शर्मा ने बताया कि संकट मोचन हनुमान मंदिर परिसर में 9 दिनों तक अखंड रामायण पाठ का वाचन किया गया। नवमी के मौके पर महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें कपिल पारीक, प्रकाश जणवा, सुरेश सुथार, उदयलाल जणवा, अजीत नागौरी, आशीष जणवा, दशरथ सुथार, पूरण मल जणवा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों भाग लिया।
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