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कहीं जर्जर भवन तो कहीं शिक्षकों का टोटा

locationप्रतापगढ़Published: Aug 08, 2022 09:43:44 am

Submitted by:

Devishankar Suthar

Somewhere a dilapidated building and somewhere teachers' tota

कहीं जर्जर भवन तो कहीं शिक्षकों का टोटा
कहीं जर्जर भवन तो कहीं शिक्षकों का टोटा

बारिश में कक्षाओं में भर जाता पानी
प्रतापगढ़. जिले में कई विद्यालय आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज हैं तो कई विद्यालय शिक्षकों की कमी हैं। ऐसे में शिक्षा का स्तर को लेकर संशय होना लाजमी है। राज्य सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही हैं। लेकिन व्यवस्था सुलभ नहीं हैं। चाहे प्राथमिक विद्यालय हो या माध्यमिक विद्यालय हो। अधिकांश विद्यालयों में हालत खराब है।
पारसोला. क्षेत्र के उदयपुर की जिले की सीमा से लगा ग्राम पंचायत लोहागढ़ बसा हुआ है। गांव में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में मूलभूत सुविधाएं तो उपलब्ध है। लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं है। यहां 10 कक्षा कक्ष का एक नया भवन भी लोहागढ़ पुलिस चौकी के पीछे बना हुआ है। मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। पुराने भवन में कक्षा पहली से छठी व नए भवन में कक्षा सातवीं से बारहवीं तक संचालित हो रही हैं। छात्र छात्राओं के लिए फर्नीचर, शुद्ध पेयजल, छात्र-छात्राओं के अलग अलग स्वच्छ शौचालय, खेल मैदान, कंप्यूटर कक्ष, प्रोजेक्टर एलईडी, विज्ञान प्रयोगशाला आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। लेकिन पर्याप्त शिक्षक नहीं होने से परेशानी हो रही हैं।
बारावरदा. कुलमीपुरा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की हलात काफी खराब हो चुकी है। यहां हालात यह है कि भवन जर्जर हो चुका है। इससे छत से पानी टपकता है। दीवारों में भी दरारें हो चुकी है। यहां पहली से पांचवी तक के बच्चों की संख्या 29 है। जबकि यहां दो अध्यापक कार्यरत है। गांव के राहुल माली और ग्रामीणों ने बताया कि यहां बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता है। ऐसें में यहां कमरों में पानी भरा हुआ है। इससे बच्चों के बैठने की जगह नहीं है।
कुलमीपुरा विद्यालय भवन की हालत खराब
भवन की हालत यह है कि भवन में कई जगह गड्ढे पड़े हुए हैं। ऊपर छत लटक रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां से स्कूल को बड़े स्कूल में शिफ्ट कर दिया जाए। जिससे बच्चों पर खतरा नहीं रहेगा। स्कूल के कमरों के अंदर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई है। इनमें कई जहरीले जीव देखे जा सकते है। यहां अभी बच्चों को स्कूल से बाहर बरामदे में बैठाया जाता है।
कराएंगे व्यवस्था
यहां उच्च माध्यमिक स्कूल में कमरों की कमी है। जो प्राइमरी स्कूल है। उसमें 29 बच्चे की संख्या है। बरसात में हो रही समस्या के लिए उच्च अधिकारियों अवगत करा दिया है। बरसात के बाद वहां स्कूल में छत को दुरुस्त करवाया जाएगा और कलर भी कराया जाएगा।
अजय अग्रवाल, प्रधानाचार्य, राउमावि, कुलमीपुरा
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