प्रतापगढ़

पिता की मौत की रची झूठी कहानी, कंकाल को बताया अपने पिता का

(pratapgarh news in hindi )बेटा व उसका दोस्त गिरफ्तार, पुलिस कर रही कंकाल की जांच(crime news )

प्रतापगढ़Sep 28, 2019 / 12:47 pm

Ram Sharma

पिता की मौत की रची झूठी कहानी, कंकाल को बताया अपने पिता का


छोटीसादड़ी. एक कलयुगी बेटे ने दोस्त के साथ साजिश रचते हुए अपनी मां की मृत्यु के बाद पिता से झगड़ा कर उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। बाद में बीमा क्लेम की राशि हड़पने के लिए पिता की गुमशुदगी दर्ज करवाई, फिर जंगल में मिले अज्ञात नर कंकाल को अपने पिता का बताते हुए अकाल मौत की रिपोर्ट दर्ज करवाकर दिखावे के लिए अंतिम संस्कार कर दिया। यह बात जब उसके पिता को पता चली तो उन्होंने अपने किसी रिश्तेदार को सूचना दी। रिश्तेदार ने पुलिस को बताया, तब पता चला कि जिसे मृत बताया गया वो तो जिंदा है। अब पुलिस ने गुमराह करने वाले पुत्र और उसके मित्र को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है।
थानाधिकारी रविन्द्र सिह चौधरी ने बताया कि 18 सितंबर को जाखमिया निवासी दिनेश पुत्र चांदमल मीणा ने अपने दोस्त अंबावली निवासी शाहरुख पुत्र नुरखा के साथ मिलकर पूर्व नियोजित योजना के तहत पहले अपने पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई एवं फिर अचानक अकाल मौत की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। जांच में पता चला कि दिनेश ने शाहरूख के साथ मिलकर अपनी मां की दुर्घटना क्लेम में प्राप्त रुपए को हड़पने के लिए पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा कर बीमे के डेढ़ लाख रुपए तथा पिता की 4 बीघा जमीन को अपने दोस्त शाहरुख को बेच दिया। दिनेश ने चार बीघा में से ढाई बीघा जमीन साढ़े चार लाख रुपए में पहले ही बेच दी और इन रुपए से जादू टोना और बदमाशों के साथ मिलकर पिता को मारने के षड्यंत्र में लगा दिया। दिनेश और शाहरुख ने षड्यंत्र रचकर मृतक के कंकाल के पास नीले जूते धोती, पट्टेदार काला कच्चा रख दिए। पुलिस थाने में जंगल मे मिले कंकाल को पिता का कंकाल बताने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुलिस ने भी कंकाल का पोस्टमार्टम करवाकर नमूने फोरेंसिक जांच के लए लेब भेज दिए।
पिता चांदमल ने बताया कि उसका इकलोता पुत्र दिनेश पिछले 18 -20 वर्षों से अपने ससुराल चांदोली में निवास करता है । दो साल पहले चांदमल की पत्नी नारायणी बाई की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। उसके बाद षड्यंत्रपूर्वक अपनी पत्नी से अपने ससुर पर छेड़छाड़ का परिवाद दर्ज करवाया। दिनेश ने जाखमीया गांव में चांदमल को तलवार से मारने का भी प्रयास किया। उसके दो केलुपोश मकान थे, जिसको दोनों पति पत्नी ने चांदमल को बेदखल करने के लिए तोड़ दिए। दिनेश ने मां के मरने पर तीसरे के दिन ही अपने पिता चांदमल से झगड़ा करके 2 किलो चांदी के गहने हड़प लिए और ससुराल चला गया। इस बीच चांदमल अपनी बेटी निर्मला के पास बांसवाड़ा जाकर रहने लगा। वहां वह सब्जी बेचकर गुजारा करने लगा। वहां मन नहीं लगा तो फिर गांव आकर स्वरूपगंज में किसी के खेत पर काम करने लगा। बेटे दिनेश को इसका पता चला तो उसने फिर से पिता को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। इस पर चांदमल वापस अपनी दूसरी बेटी के घर ढोरीया निंबाहेडा चला गया। वहां जाकर मजदूरी करने लगा। काम की तलाश करने के बाद बच्चों के हॉस्टल में चौकीदारी का कार्य मिला।
अखबार में पढ़ी खुद के मरने की खबर
इस दौरान उसने एक दिन अखबार में अपने मरने की खबर पढ़ी। जिसमें बताया गया था कि जंगल में मिले कंकाल को उसका बेटा मेरा बता रहा था। बेटे की इस करतूत से दुखी पिता ने अपने रिश्तेदार रंभावली पंचायत के पूर्व सरपंच चैनसिंह को फोन लगाया और पूछा ‘पानी कैसे बरस रहा है’। इस पर चेनसिंह आवाज सुनकर और जिंदा होने की जानकारी से घबरा गया। फिर चेनसिंह ने पूछा कि आप जिंदा हो गए यहां आपका कंकाल तो जंगल में मिला है। इस पर चांदमल ने सारी बात बताई। तब चेनसिंह ने छोटीसादड़ी पुलिस को सूचना दी। पुलिस को मृतक के जिंदा होने की खबर लगी और उन्होंने सत्यापन किया। बाद में पुलिस चांदमल को लेकर आई। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल लिया। इस पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब यह भी पता लगा रही है कि यह कंकाल किसका था ? और एनीकट के पास कंकाल किसने रखा है।
पिता को जिंदा पाया
आरोपी ने पिता की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया। दो दिन बाद आरोपी ने कंकाल मिलने की बात पुलिस थाने में आकर बताई जिससे पुलिस मौके पर पहुंचकर कंकाल को जप्त किया। आरोपी ने उसे अपने पिता बताकर उसका अंतिम संस्कार करने की संपूर्ण प्रक्रिया पूर्ण कर ली। पुलिस ने जांच के दौरान आरोपी के पिता को निंबाहेड़ा में जिंदा पाया। पिता ने बताया कि मेरा पुत्र मेरी जान के पीछे पड़ा है। मेरी जमीन-जायदाद हड़पना चाहता है। पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी पुत्र को और उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
शंभूलाल दमामी, द्वितीय थानाधिकारी पुलिस थाना छोटीसादड़ी

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