scriptकांठल के मासूमों में कुपोषण का कलंक | Stigma of malnutrition among the innocent | Patrika News

कांठल के मासूमों में कुपोषण का कलंक

locationप्रतापगढ़Published: Oct 13, 2019 08:23:14 pm

Submitted by:

Devishankar Suthar

जिले में पांच वर्ष के बच्चों में एक तिहाई बच्चे कुपोषण के शिकारसर्वे में सामने आए आंकड़ेमहिला एवं बाल विकास विभाग चला रहा है पोषण स्तर में सुधार के लिए राष्ट्रीय पोषण मिशन

कांठल के मासूमों में कुपोषण का कलंक

कांठल के मासूमों में कुपोषण का कलंक


जिले में पांच वर्ष के बच्चों में एक तिहाई बच्चे कुपोषण के शिकार
सर्वे में सामने आए आंकड़े
महिला एवं बाल विकास विभाग चला रहा है पोषण स्तर में सुधार के लिए राष्ट्रीय पोषण मिशन
प्रतापगढ़
जिले में आज भी कई बच्चे कुपोषण का शिकार बने हुए है। ऐसे में कांठल में कुपोषण का कलंक लगा हुआ है। जिले में आंकड़ों के अनुसार आज भी एक तिहाई बच्चों में कुपोषण पाया गया है। हालांकि सरकार की ओर से बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है। लेकिन कांठल में आज भी पांच वर्ष के बच्चों में एक तिहाई कुपोषण के शिकार है। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार जीरो से ६ वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी में पोषण दिया जाता है। जहां सभी बच्चों का आंकड़ा भी रखा जाता है।
वहीं चिकित्सा विभाग व सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों और चिकित्सा केन्द्रों पर कुपोषण की समस्या से निपटने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसके साथ ही जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे है। इसके माध्यम से कुपोषित बच्चों का चिह्निकरण किया जा रहा है। वहीं इसमें सभी परिवारो तक पहुंचा जा रहा है।
यह है कार्यक्रम
इस माह विभाग की ओर से कुपोषण को लेकर आयोजन किए जा रहे है। गौरतलब है कि कुपोषण को देखते हुए राष्ट्रीय पोषण मिशन शुरू किया गया है। जिसमें नाटापन, दुबलापन, कुपोषण की दर में कमी लाने एवं गर्भवती एवं धात्री महिलाएं तथा ६ वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार करने के लिए राष्ट्रीय पोषण मिशन चलाया गया है।
यह है जिले की स्थिति
ब्लॉक सामान्य कुपोषित अति कुपोषित कुल
अरनोद ३५८९ १२८० ५ ४८७१
छोटीसादड़ी ४४२३ १७४२ ३ ६१६८
प्रतापगढ़ ४७८८ २२९६ २३ ७१०७
देवगढ़ ३९६५ ४५८५ २ ७१०७
पीपलखूंट ७२८० ७४८१ ० १४७९८
धरियावद ६१३७ १६७२ ३ ७८१२
कुल ३०१७९ १९०५६ ३६ ४९३०८

चलाते है पोषण अभियान
जिले में कुपोषण को लेकर अभियान चलायाा जात है। गत माह भी विभाग की ओर से पोषण माह के रूप में मनाया गया। इस दौरान कुपोषण की समस्या से निजात पाने के लिए आयोजन किए गए। बच्चों को पोषण आहार भी दिए गए है। विभाग की ओर से बच्चों का कैटेगरी के आधार पर अलग-अलग रिकॉड किया जा रहा है। इनके कुपोषण को दूर करने के लिए उपचार किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषक सामग्री का वितरण किया जाता है।
मंजू परमार, उप निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रतापगढ़
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