मोखमपुरा. त्रिवेणी धाम सेमली फंटा पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में पंडित रामेश्वर शर्मा ने भगवान की बाल लीलाओं में श्री कृष्ण के गोकुल में पूतना उद्धार, अघासुर उद्धार, वृंदावन में महारास, चीरहरण आदि के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में सोलह संस्कार होते हैं। उन्होंने सभी संस्कारों की विस्तार से जानकारी दी। श्रीमद् भागवत कथा की मंगलवार को पूर्णाहूति होगी। उसके बाद पंडित रामेश्वर शर्मा के द्वारा ही तीन दिवसीय नानी बाई का मायरा का भी आयोजन त्रिवेणी धाम सेमली फंटा पर आयोजित होगा। बड़ी संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं। मूल पाठ करता पंडित सुनील शर्मा एवं यदुनंदन नागदा कर रहे हैं। विशेष सहयोग अनगढ़ देव फिल्म भदेसर चित्तौडगढ़़ द्वारा यूट्यूब प्रसारित किया जा रहा है। जिसमें प्रकाश धनगर एवं संजय लोहार का विशेष सहयोग प्रदान हो रहा है।