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कृषि विभाग ने सर्वे की रिपोर्ट भेजी, अब सरकार से है आस

locationप्रतापगढ़Published: Oct 07, 2019 12:22:09 pm

Submitted by:

Devishankar Suthar

जिले में इस वर्ष सर्वाधिक बारिश होने से खरीफ की फसलें खत्म हो गई है। कृषि विभाग ने भी खराबे को लेकर सर्वे कराया है। जिसमें ८० प्रतिशत खराबा होने की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भिजवाई है।

कृषि विभाग ने सर्वे की रिपोर्ट भेजी, अब सरकार से है आस

कृषि विभाग ने सर्वे की रिपोर्ट भेजी, अब सरकार से है आस


अतिवृष्टि से तबाह हुआ किसान, फसलों में ८० फीसदी तक खराबा
बाद में हो रही बारिश से और बढ़ा है खराबे का आंकड़ा
प्रतापगढ़
जिले में इस वर्ष सर्वाधिक बारिश होने से खरीफ की फसलें खत्म हो गई है। कृषि विभाग ने भी खराबे को लेकर सर्वे कराया है। जिसमें ८० प्रतिशत खराबा होने की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भिजवाई है।
गौरतलब है कि जिले में इस वर्ष बारिश का आंकड़ा १३० इंच के पार पहुंच गया है। लगातार बारिश के कारण खरीफ की फसलें नष्ट हो गई है। इसमें भी प्रतापगढ़ और अरनोद इलाके में सर्वाधिक बारिश हुई है। जिससे खेतों में ही फसलें गल गई है। अब भी बारिश हो रही है। ऐसे में खेतों में पानी भरा हुआ है। जिससे खेतों में बची फसलें भी नष्ट हो रही है। वहीं कई किसानों ने इस फसल से आस ही छोड़ दी है। अब रबी की तैयारी करने में जुट गए है। लेकिन खेतों से पानी भरा होने से यह भी संभव नहीं है। जिससे खराबे का आंकड़ा और भी बढ़ेगा।
मोवाई
क्षेत्र में सोयाबीन की फसल अतिवृष्टि से खराब हो गई है। ऐसे में बची फसलें समेटने में किसान लगे हुए है। ऐसे में किसान बची फसलों से कुछ आस है। अधिक खराब होने से किसानों को मुआवजा देने की मांग की गई है। गांव के अमरू गायरी, अशोक कुमावत, हीरालाल चौधरी, कपिल शर्मा, अशोक जैन, मुकेश जैन, रमणीक जैन, योगेंद्रसिंह आदि किसानों ने मुआवजे की मांग की है।
अंकुरित हो गए बीज
कई इलाकों में तो हालात काफी खराब हो गए है। हालांकि फसलें काफी खत्म हो गई है। लेकिन जिन खेतों में फसलें कुछ पकने की अवस्था में थी। वहां लगातार बारिश के कारण पकने के बाद फिर से अंकुरण हो गया है। मक्का, उड़द और सोयाबीन फिर से अंकुरित हो गए है। उड़द की फलियों में से अंकुरण हो गया है। वहीं सोयाबीन की फलियों में भी अंकुरण हो गया है। मक्का के दाने भी अंकुरित हो गए है।
जिंस कुल रकबा खराबा(प्रतिशत में)
सोयाबीन १२७०७६ ७५.३७
मक्का ४५१०० ७२.३९
उड़द ५३१५ ८५.९८
मूंग २२५ ८६.६७
ज्वार १२५ २८.००
तिल ३८९ ७८.४१
कपास ८४६ ३३.१०
अरहर ३३९ ७.३७
मूंगफली ४१९० ७५.१८
चावल ५५० ०
अन्य २०६० ६८.९३
योग १८६२१५ ७४.३३
(बुवाई हैक्टेयर में, आंकड़े कृषि विभाग के अनुसार)
काफी खराब हुआ है
जिले में इस वर्ष अतिवृष्टि के कारण खरीफ की फसलें काफी खराब हो गई है। विभाग की ओर से कराए गए सर्वे के आधार पर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। इसके बाद भी कई इलाकों में बारिश हो रही है। ऐसे में खराबे का आंकड़ा और भी बढ़ेगा। इसकी सूचना भी बनाकर भेजी जाएगी।
मनोहर तुषावरा
उप निदेशक, कृषि विस्तार, प्रतापगढ़
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