जीवन में सबसे बड़ा पुण्य मानवता की सेवा है। इसमें रक्तदान और नेत्रदान तो सर्वोपरि है। संस्था की ओर से अब तक १६० नेत्रदान कराए जा चुके है। इसके लिए मरणोपरांत परिजनों को प्रोत्साहित किया जाता है। ऐसे में यहां क्षेत्र के लोग भी इस पुनीत कार्य में आगे आते हैं। जो सबसे बड़ा पुण्य है। वैसे क्षेत्र के लोगों में पुनीत सेवा के प्रति काफी जागृति है। फिर भी हम प्रयास कर रहे हैं कि इसे लेकर और जागरूकता बढ़े। इससे किसी अंधेरे जीवन को रोशनी मिल सके।
सचिव अशोक सोनी, सचिव, महावीर इंटरनेशनल शाखा छोटीसादड़ी