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पंचायत समिति की बैठक में उठा फसल खराबा का मुद्दा

locationप्रतापगढ़Published: Sep 23, 2019 09:07:25 pm

Submitted by:

Rakesh Verma

जर्जर स्कूल भवनों का मामला भी उठा

पंचायत समिति की बैठक में उठा फसल खराबा का मुद्दा

पंचायत समिति की बैठक में उठा फसल खराबा का मुद्दा

धरियावद. पंचायतसमिति साधारण सभा की बैठक सोमवार दोपहर पंचायतसमिति सभागार में प्रधान रूपलाल मीणा की अध्यक्षता एवं विधायक गौतमलाल मीणा के मुख्यातिथ्य में हुई। बैठक में सदन सदस्यों ने एक स्वर में तहसील क्षेत्र में अतिवृष्टि से हुए फसल खराबा का मामला जोरशोर से उठाते हुए काश्तकारों को शीध्र मुआवजा दिलाने की मांग की। इसके अलावा बैठक में सदन सदस्यों ने जर्जर स्कूल भवन टपकता पानी, अन्नपूर्णा दूध योजना, विद्युत संबंध, टूटी सडक़ों सहित कई मुद्दे उठाए। सदन की बैठक में सरपंच संघ तहसील अध्यक्ष खेतसिंह मीणा सहित अन्य सदस्यों ने कहा कि अतिवृष्टि के चलते तहसील क्षेत्र में 85 से 90 प्रतिशत काश्तकारों के खेतों में फसलें खराब हो चुकी। पशुओं के चारा तक बरसात की भेंट चढ़ चुका। ऐसे में काश्तकारों के भूखे मरने की नौबात आ चुकी है। सरकार एवं प्रशासन जल्द एवं शीध्र मुआवजा जारी करें। तहसीलदार मुकेश कुमार मीणा ने कहा कि अतिवृष्टि के बाद से पटवारी एवं गिरदावारी अपने अपने कार्यस्थल पर सर्वे में लगे हुए हैं। उन्होंने मुआवजे के मुद्दे पर सदन सदस्यों को आश्वस्त किया बैठक के दौरान सदन की बैठक में नेताप्र्रतिपक्ष सागरमल बोहरा, सरपंच खेतसिंह, शोभित हाडा, ने बिना बिजली संबंध बिजली के बिल आने का मुद्धा भी जोरशोर से उठाया। बैठक की शुरूआत में चिकित्सा विभाग के एसके जैन के उद्बोधन के दौरान सरपंच खेतसिंह मीणा ने पारसोला स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों की कार्यशैली खींचातानी एवं व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए तथा मामले पर निराकरण की मांग सरपंच गणेशलाल मीणा ने विद्यालयों में दूध योजना में बच्चों को फीका दूध देने का मुद्धा उठाते हुए कहा कि बिना चीनी के नैनिहाल कैसे दूध पिएंगे। बैठक में विकासअधिकारी भगवानसिंह कुम्पावत ने पीएम आवास एवं शौचालय सम्बंधी जानकारी दी। वही तहसीलदार मुकेश मीणा ने मतदाता सत्यापन कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए जनप्रतिनिधियों से अभियान में सहयोग की बात कही बैठक में उपप्रधान धर्मेंद्र जैन, जिला परिषद् सदस्य मदनसिंह धटेला, भैरूलाल मीणा, सहित विभागीय अधिकाररी मौजूद थें।
विकास अधिकारी एवं सरपंच के बीच नोकझोंक:
सदन की बैठक के दौरान पंचायत के रिकॉर्ड सम्बंधित एवं अन्य मामले को लेकर बोलते समय जवाहरनगर सरपंच गणेशलाल मीणा की विकासअधिकारी भगवानसिंह कुम्पावत से तीखी नोकझोंक हो गई। हंगामें के बीच मौजूद अन्य विभागीय अधिकारी अपनी कुर्सियों से उठकर सदन की बैठक से बाहर जाने लगे। बाद में जिला परिषद सदस्य मदनसिंह धटेला एवं विधायक मीणा ने हस्तक्षेप कर मामला शांत करवाया जिसके बाद सदन सुचारू रूप से चली। इस दौरान अपने सम्बोधन में विधायक मीणा ने कहा कि जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी एक दूसरे के पूरक होते ऐसे में सदन की गरिमा का ख्याल रखेंं।

अफीम नीति नियम को लेकर किसानों ने सौंपा ज्ञापन
छोटीसादड़ी. अफीम नीति 2019-20 को न्याय संगत भ्रष्टाचार मुक्त एवं पारदर्शी बनाने की मांग को लेकर सोमवार को किसानों ने राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री व वित्तमंत्री तथा वित्त राज्य मंत्री के नाम भूअभिलेख निरीक्षक रामलाल गायरी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि राजस्थान और मध्यप्रदेश में औषधीय पौधा अफीम की खेती 300 वर्षों से दवा निर्माण के लिए संवैधानिक तरीके से परंपरागत तरीके से होती है,जो संपूर्ण विश्व के दवाई निर्माण बाजार का प्रमुख स्रोत है। मेक इन इंडिया के तहत किसानों द्वारा उत्पादित व्यापारिक फसल है,जो देश को विदेशी मुद्रा किसानों को रोजगार और मरीजों को सस्ती दवाइयां सुलभ हो सकती है। इस अफीम की फसल की खेती तो किसान करता है लेकिन उसकी नीति नेता और अधिकारी मिलकर भ्रष्टाचार युक्त बना देते हैं। जिससे देश व किसानों को आर्थिक नुकसान होता है। अफीम नीति में मार्फिन नियम समाप्त किया जाए। सन्1991 से 2019 तक कटे हुए सभी अफीम पट्टे जो ऑनलाइन हो चुके हैं सभी पट्टे अफीम नीति 2019 में बहाल किए जाए। अफीम नीति में 5 किसानों की हस्ताक्षर युक्त सहभागिता से अफीम नीति घोषित हो, अफीम का अंतरराष्ट्रीय भाव 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम किसानों को देने तथा पारदर्शी जांच के लिए एक सैंपल किसान को भी देने तथा संपूर्ण जांच तोल केंद्र पर ही करने के लिए चित्तौडगढ़़ में अफीम फैक्ट्री खोलने की मांग की है।

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