न्यायाधीश ने बाल सम्प्रेषण गृह के गेट पर मजबूत जालियां लगाने के निर्देश
प्रतापगढ़Published: Dec 21, 2019 07:45:54 pm
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला जज राजेन्द्र कुमार शर्मा के मार्ग दर्शन में लक्ष्मीकांत वैष्णव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने किशोर गृह एवं सम्प्रेषण गृह का औचक निरीक्षण किया। जिसमें बाल सम्प्रेषण गृह में गेट पर खराब हो रही जालियों को देखा। इस पर गेट में तीन दिवस में मजबूत जालियां लगाने के निर्देश वार्डन को दिए गए।
न्यायाधीश ने बाल सम्प्रेषण गृह के गेट पर मजबूत जालियां लगाने के निर्देश
न्यायाधीश ने किया किशोर एवं सम्प्रेषण गृह का निरीक्षण
मासूम बालिका को दुलारा
सम्प्रेषण गृह के गेट पर मजबूत जालियां लगाने के निर्देश दिए
प्रतापगढ़
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला जज राजेन्द्र कुमार शर्मा के मार्ग दर्शन में लक्ष्मीकांत वैष्णव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने किशोर गृह एवं सम्प्रेषण गृह का औचक निरीक्षण किया। जिसमें बाल सम्प्रेषण गृह में गेट पर खराब हो रही जालियों को देखा। इस पर गेट में तीन दिवस में मजबूत जालियां लगाने के निर्देश वार्डन को दिए गए।
इस दौरान यहां 19 उपेक्षित बच्चें मौजूद थे। न्यायाधीश वैष्णव ने बच्चों के भोजन के बारे में पूछने पर वार्डन द्वारा बताया कि बच्चों को दाल, रोटी, चावल व हरी सब्जी भोजन में दी जाती है। रविवार के दिवस दाल-बाटी अथवा पूडी, सब्जी व खीर खिलाई जाती है। बच्चों से पूछने पर बच्चों ने सहमति जाहिर की।
एक बालक कृष्णा जिसकी उम्र 3 वर्ष थी एवं एक बालिका तीन माह की शिशु गृह में थी। शिशु गृह में बच्चों की देखभाल के लिए मुन्नाबाई उपस्थित थी। मुन्नाबाई को न्यायाधीश महोदय ने शीतकालीन मौसम में बच्चों पर विशेष ध्यान देने व वार्डन को गरम कपडों व रजाई उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। वार्डन महिपाल टेलर ने बताया कि उक्त बालिका धरियावद के जंगल में असुरक्षित अवस्था में मिली थी। वहीं दूसरी ओर सम्प्रेषण गृह के निरीक्षण के दौरान सम्प्रेषण गृह में 7 किशोर मौजूद थे। इस मौके पर सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तुलसीराम आमेटा एवं वार्डन टेलर को आदेश दिए गए कि सम्प्रेषण गृह के आगे बरामदे में लगे गेट की सलाखें काफी कमजोर है। इसे क्षत विक्षत किया गया है। जिससे इस संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता कि इसे तोडा जा सकता है। इस पर गेट में तीन दिवस में मजबूत जालियां लगाने के निर्देश दिए गए। इस मौके पर समाज कल्याण विभाग और न्याय विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे।