धमोतर.कस्बे के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सकों के पद रिक्त है। इसके चलते मरीजों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज कस्बे से एक किलोमीटर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचते हैं, तब पता चलता है कि वहां चिकित्सक ही नहीं है। उन्हेें निराश लौटना पड़ता है। वहां नर्सिंग स्टाफ है, जो किसी प्रकार की रिस्क नहीं लेना चाहते। अस्पताल में व्यवस्थाओं की भी कमी है। मरीजों के लिए पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है। मरीज को या तो अपने साथ पानी की बोतल ले जानी पड़ती है या किसी से मांग कर पानी पीना पड़ता है। टॉयलेट में पानी की व्यवस्था नहीं है। कुछ समय पहले ही हॉस्पिटल से पानी की मोटर चोरी हो चुकी है।
अस्पताल में चौकीदार की व्यवस्था नहीं है। इस अस्पताल में पहले भी कई बार चोरी की वारदातें हो चुकी। तक इसका भवन गांव के अंदर पुराने बस स्टैंड के पास था। नया हॉस्पिटल नेशनल हाईवे 113 पर बन चुका है लेकिन दूरी ज्यादा होने से वैसे ही तो मरीज परेशान होता है उसके पास जाने के बाद डॉक्टर के नहीं मिलने से मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मोतर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक पद चिकित्सक का रिक्त है, जबकि एएनएम के दो पद रिक्त हैं। एक पोस्ट लैब टेक्नीशियन (खून पेशाब की जांच करने वाले) की खाली है। इन पोस्टों के अभाव में जनता परेशान है।