There was a jump in the prices of wheat, then the area increased by one and a half times in the district
गेहूं के भावों में आया उछाल तो जिले में डेढ़ गुना बढ़ा रकबा
गत वर्ष रबी में एक लाख 39 हजार हैक्टयेर में थी बुवाई इस वर्ष एक लाख 51 हजार का किया लक्ष्य प्रतापगढ़. जिले में इस वर्ष जहां रबी की बुवाई का रकबा बढ़ा है। वहीं इसमें गेहूं का रकबा अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है। जहां गत वर्ष 56 हजार हैक्टेयर में बुवाई की गई थी। वहीं इस बार गेहूं का यह रकबा 72 हजार तक बढ़ाया गया है। इसका कारण गेहूं के भावों में उछाल भी है। वहीं दूसरी ओर रबी का रकबा गत वर्ष कुल एक लाख 39 हजार 900 हैक्टेयर था। वहीं इस वर्ष यह रकबा एक लाख 51 हजार हैक्टेयर में किया गया है। हालांकि अभी जिले में बुवाई का दौर जारी है। अब तक एक लाख 10 हजार हैक्टेयर में बुवाई की गई है। ऐेसे में 74 प्रतिशत तक बुवाई हो चुकी है। अलसी बुवाई लक्ष्य से अधिक जिले में किसानों ने इस वर्ष अलसी बुवाई में खासी रुचि दिखाई है। किसानों ने इस वर्ष अलसी की बुवाई निर्धारित लक्ष्य 4 हजार हैक्टेयर से अधिक सवा 6 हजार हैक्टेयर में की है। इसी प्रकार जौ की बुवाई भी गत वर्ष के मुकाबले डेढ़ गुना तक बढ़ी है। जबकि चना की बुवाई लक्ष्य के बराबर ही की है। रबी बुवाई की स्थिति फसल लक्ष्य बुवाई गेहूं 72000 43350 जौ 2000 3111 चना 22000 21200 मसूर 6000 5815 सरसों 13000 13000 अलसी 4000 6237 अन्य 32000 17987 कुल 169000 110867 (आंकड़े कृषि विभाग के अनुसार, हैक्टेयर में, 23 नवंबर तक) बढ़ा है कुल रकबा इस वर्ष रबी बुवाई का रकबा बढ़ा है। जिसमें गेहूं का रकबा अधिक बढ़ा है। गत वर्ष के मुकाबले डेढ़ गुना तक रकबा किया गया है। अभी तक जिले में 74 प्रतिशत बुवाई हो चुकी है। वहीं गेहूं की बुवाई 60 प्रतिशत तक हो गई है। अब नहरी इलाकों में गेहूं की बुवाई चल रही है। गोपालनाथ योगी, उप निदेशक, कृषि विस्तार, प्रतापगढ़.