एक ही गौत्र थे, प्रेमी युगल ने फंदे पर लटक कर जान दी
प्रतापगढ़Published: Aug 04, 2019 07:31:58 pm
जिले के सुहागपुरा थाना क्षेत्र कचोटिया गांव में एक प्रेमी युगल ने बबूल के पेड़ से फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली।
रात जिले के सुहागपुरा थाना क्षेत्र कचोटिया गांव में एक प्रेमी युगल ने बबूल के पेड़ से फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। को निकले थे अपने-अपने घर से
युवक ने गत वर्ष की थी बीएड, युवती थी कॉलेज की छात्रा
सुबह मिली दोनों की लाशें
प्रतापगढ़
जिले के सुहागपुरा थाना क्षेत्र कचोटिया गांव में एक प्रेमी युगल ने बबूल के पेड़ से फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। रविवार सुबह पुलिस मौके पर पहुंची। जहां युवक का शव पेड़ पर लटका हुआ था। जबकि युवती का शव वहीं पर गले में फंदा लगा हुए नीचे पड़ा हुआ था। पुलिस ने सूचना पर पहुंचकर ग्रामीणों के सहयोग से नीचे उतरवाए। पीपलखूंट चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिए है। पुलिस ने बताया कि दोनों के गत कुछ वर्षों से प्रेम संबंध थे। लेकिन एक ही गौत्र होने से परिजन इसका विरोध कर रहे थे। युवक ने गत वर्ष बीएड की थी। जबकि युवती कॉलेज की छात्रा थी।
सुहागपुरा थाना प्रभारी राकेश कटारा ने बताया कि उन्हे रविवार सुबह सूचना मिली कि कचेाटिया गांव में एक पेड़ पर युवक की लाश लटकी हुई है। जबकि एक युवती की लाश गले में फंदा लगा हुआ है और नीचे पड़ी हुई है। मामले को देखते हुए पीपलखूंट वृत्ताधिकारी ओमप्रकाश गौतम भी मौके पर पहुंचे। जहां मृतक युवक की पहचान नंदलाल पुत्र जगदीश(२५) मीणा निवासी कचोटिया के रूप में हुई। जबकि युवती की पहचान शांति(२२) पुत्री रकमा मीणा निवासी हांगरीखेडा के रूप में की गई। दोनों के परिजनों को बुलाया गया। शवों को नीचे उतारे गए। पीपलखूंट सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दोनों शवों के पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए है। रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक ही चुन्नी से लगाई फांसी
पुलिस ने बताया कि युवती और युवक के गांव पास में ही है। दोनों ही शनिवार रात को आठ बजे अपने घर से निकले थे। इसके बाद दोनों ने एक सूने स्थान पर बबूल के पेड़ से युवती की चुन्नी से ही फांसी लगाई। इस दौरान युवक का शव तो लटका रहा। जबकि युवती का शव नीचे गिर गया। उसका सिर पत्थर से टकरा गया। इससे सिर से खून भी बहा। उसके गले में भी चुन्नी का फंदा लगा था।
खेत गिरवी रखकर कराई थी बीएड
पुलिस को जानकारी में सामने आया कि युवक जगदीश ने गत वर्ष ही बीएड की थी। उसके पिता ने खेत गिरवी रखकर उसे पढ़ाया और बीएड कराई थी।