दर-दर भटक रहे हैं तीन मासूम भाई-बहन
प्रतापगढ़Published: Sep 25, 2021 07:40:50 am
-जिला कलक्टर को लगाई गुहारसालमगढ़/प्रतापगढ़. सालमगढ़ इलाके के रायपुर जंगल गांव में माता-पिता की मौत के बाद तीन बच्चों को परिजनों द्वारा मारपीट कर घर से बाहर निकालने और उनकी जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। तीनों बेसहारा मासूम बच्चे अपनी बुआ के साथ जिला कलक्टर के समक्ष पहुंचे। जहां फरियाद लगाई और कार्रवाई की गुहार लगाई।
दर-दर भटक रहे हैं तीन मासूम भाई-बहन
-जिला कलक्टर को लगाई गुहार
सालमगढ़/प्रतापगढ़. सालमगढ़ इलाके के रायपुर जंगल गांव में माता-पिता की मौत के बाद तीन बच्चों को परिजनों द्वारा मारपीट कर घर से बाहर निकालने और उनकी जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। तीनों बेसहारा मासूम बच्चे अपनी बुआ के साथ जिला कलक्टर के समक्ष पहुंचे। जहां फरियाद लगाई और कार्रवाई की गुहार लगाई।
मध्य प्रदेश के सुखेड़ा की रहने वाली बदली बाई मीणा ने कलक्टर के समक्ष लिखित में प्रार्थना पत्र दिया कि रायपुर जंगल के भंडारिया गांव में रहने वाले उसके भाई कुशाला की 4 साल पहले मौत हो चुकी है। करीब 8 साल पहले उसकी पत्नी की भी मौत हो गई। कुशाला की तीन संतानें है, जो नाबालिग है। माता-पिता की मौत के बाद कुशाला के भाइयों ने उसकी जमीन पर कब्जा करने की नियत से बच्चों को घर से निकाल दिया और मकान भी तोड़ दिया। तभी से बच्चों का भरण पोषण वह कर रही है। कलक्टर के समक्ष की गई फरियाद में मासूम बच्चों ने बताया कि उनके माता-पिता के एवं जमीन संबंधी सारे कागजात उनके परिजनों ने हथिया लिए हैं। बदलीबाई ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि तीनों बच्चों का पालनहार योजना में नाम दर्ज करवा कर भरण पोषण किया जाए। उसकी स्वयं की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह बच्चों का पालन-पोषण कर सके। बच्चों को उनका हक दिलवाने के लिए प्रशासन की ओर से कारवाई की जाए। 10 दिन पहले वह तीनों बच्चों के साथ भंडारिया गांव गई थी। लेकिन पीहर पक्ष के लोगों ने उनको डरा धमका कर भगा दिया। कलक्टर द्वारा इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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एक हजार से अधिक बच्चों को दी स्वर्णप्राशन की खुराक
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प्रतापगढ़. बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और उनके मजबूत शारीरिक व मानसिक विकास के लिए आयुर्वेदिक विभाग और सर्राफा एसोसिएशन की ओर से शुक्रवार को स्वर्णप्राशन संस्कार शिविर का आयोजन किया गया। जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में आयोजित शिविर में एक हजार से ज्यादा बच्चों को स्वर्ण प्राशन की खुराक दी गई।
वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक मुकेश शर्मा, भगवानसिंह ने बताया कि बच्चों के समुचित शारीरिक व मानसिक विकास, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, बुद्धि व स्मरण शक्ति को तेज करने, पाचन क्रिया ठीक करने के लिए उनको स्वर्ण प्राशन की खुराक दी जा रही है। छह माह से 16 साल के बच्चों के विकास में यह खुराक काफी फायदेमंद रहती है। 2 साल तक के बच्चों को एक बूंद और 16 साल के बच्चों को दो बूंद दी जा रही है। इस खुराक से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढऩे के बाद बच्चों को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाने में भी मदद मिलेगी। शिविर में सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष शरद डावडा, विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर मुकेश शर्मा सहित कई समाजसेवी भी उपस्थित थे।