जीवन में जीतने के लिए हारना भी जरूरी
प्रतापगढ़Published: Nov 22, 2022 07:48:12 am
To win in life it is necessary to lose
जीवन में जीतने के लिए हारना भी जरूरी
प्रतापगढ़. एपीसी महाविद्यालय में तीन दिवसीय अन्तरमहाविद्यालय वालीबॉल एवं बेडङ्क्षमटन प्रतियोगिता सोमवार से शुरू हुई। प्राचार्य डॉ. संजय गील ने बताया कि गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में अन्तरमहाविद्यालय वालीबॉल पुरुष एंव बेडङ्क्षमटन महिला एवं पुरुष वर्ग प्रतियोगिता का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। अध्यक्षता उपवन संरक्षक सुनील कुमार ने की। जिला खेल अधिकारी गिरधारीङ्क्षसह, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कैलाश चन्द्र तैली, राजकीय महाविद्यालय पूर्व प्राचार्य जी.पी. पाटीदार, विश्वविद्यालय पर्यवेक्षक डॉ. मन्नलाल मीणा मौजूद रहे। प्रगति संस्थान निदेशक ङ्क्षपकेश जैन ने अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि एसपी बेनीवाल ने जीवन में खेल के महत्व को इंगित करते हुए युवाओं से अपील कि वे जीवन में किसी न किसी खेल से अवश्य जुडें। क्योंकि खेल न सिर्फ शारिरिक विकास को बढ़ाते है, अपितु राष्ट्र के प्रति प्रेम की भावनाओं को भी विकसित करते है। बताया की जीवन में सफलता के लिए जीत से ज्यादा हारना जरूरी है, क्योंकि एक हार व्यक्ति को जीवन जीना सिखा देती है। उपवन संरक्षक सुनील कुमार ने युवाओं से आह्वान किया की वे जीवन में निराश न हो, अपितु संघर्ष को अपना साथी मानकर सफलता के पायदान को प्राप्त करें। तीन दिवसों तक चलने वाली बेडङ्क्षमटन एवं वालीबाल प्रतियोगिता में भाग ले रही 98 महाविद्यालयी टीमों में वालीबाल में पीएसपी परतापुर एवं जम्बुखंड महाविद्यालय कङ्क्षलजरा, बी. आई. एच. एस. बांसवाडा, आर. एन.टी. अरथुना, लियो महाविद्यालय विजयी रहा। वहीं बेडङ्क्षमटन के प्रथम चरण में पुरूष वर्ग में विवेकानंद कॉलेज सागवाडा, मानस महाविद्यालय, विवेकानंद कॉलेज आंजना, महात्मा गांधी महाविद्यालय, महिला वर्ग में वागड कॉलेज, किड्स कॉलेज, अरावली कॉलेज ने प्रथम दिवस के मैच जीतकर आगे के स्थान पक्का किया। मेच में रेफरी की भूमिका महेश जाड़ावत, सुरेन्द्र सुमन, आजाद गौड़, अम्बालाल मीणा, राजू खां, महेन्द्र सनाढ्य, नरेन्द्र वैष्णव, हरीश बारोलिया, कारुराम समोता, घनश्याम रावल, नरेश मेघवाल आदि निर्वहन कर रहेे है।