scriptपरिजनों को सुपुर्द किया आदिवासी बालक, प्रतापगढ़ पहुंचा बालक | tribal child rescued, arrived at pratapgarh | Patrika News

परिजनों को सुपुर्द किया आदिवासी बालक, प्रतापगढ़ पहुंचा बालक

locationप्रतापगढ़Published: Apr 27, 2019 12:02:45 pm

Submitted by:

Ram Sharma

– नाबालिग को गिरवी रखने का मामला- तीन अन्य बच्चों को नहीं लगा पता

pratapgarh

परिजनों को सुपुर्द किया आदिवासी बालक, प्रतापगढ़ पहुंचा बालक

प्रतापगढ़. भेड़े चराने के लिए एक गडरिये के यहां गिरवी रखे गए आदिवासी बालक को शुक्रवार को इंदौर में उसके पिता को सुपुर्द कर दिया गया। यह बालक शनिवार को अपने परिवार के पास गांव पहुंचा। हालांकि अभी तीन अन्य बच्चों का कोई पता नहीं चल सका है।
जिले के पीपलखूंट थाना क्षेत्र के भैंह ठैसला गांव निवासी मांगीलाल के पुत्र मोहन और तीन अन्य बालकों को चंद रुपयों के लालच में एक गडरिए के यहां गिरवी रख दिया गया था। गडरिया इन्हें लेकर मध्यप्रदेश की ओर चला गया। वहां गडरिये की प्रताडऩा से तंग आकर बालक मोहन भागकर इंदौर आ गया था। वहां चाइल्ड लाइन संस्था के सहयोग से इंदौर की बाल कल्याण समिति ने एक एनजीओ को अपनी संरक्षा में रखने के आदेश दिए थे। इस बीच बांसवाड़ा की चाइल्ड लाइन संस्थान वाग्धारा के सहयोग से बालक के परिवार का पता लगाया गया। संस्था ने बालक के परिजनों को समझाकर इंदौर भेजा। इंदौर की बाल कल्याण समिति ने प्रतापगढ़ की बाल कल्याण समिति के आग्रह पर गुरुवार को बालक को उसके पिता मोहन को सौंप दिया गया।
चाइल्ड लाइन संस्था वाग्धारा के कमलेश बुनकर ने बताया कि बालक मोहन अपने पिता के साथ शनिवार का प्रतापगढ़ आएगा। यहां बालक की काउसंलिंग करने के बाद अन्य बच्चों के बारे में भी पता लगाया जाएगा।
पत्रिका ने लगातार उठाया था मुद्दा
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने लगातार समाचार प्रकाशित कर मुद्दे को उठाया था। इसके बाद जिला प्रशासन और अन्य संस्थाएं सक्रिय हुई। संस्था ने बालक के परिजनों को समझाकर इंदौर भेजा। इंदौर की बाल कल्याण समिति ने प्रतापगढ़ की बाल कल्याण समिति के आग्रह पर गुरुवार को बालक को उसके पिता मोहन को सौंप दिया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो