जलदाय विभाग के अधिकारी व ठेकेदार सांसद के निर्देशों के बाद भी अनदेखी कर रहे है। मिनी सचिवालय में 30 जनवरी को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में सांसद सीपी जोशी ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि पेजयल पुनर्गठन योजना को 28 फरवरी तक हर हाल में पूरा किया जाये। लेकिन मार्च पूरा होने को है, अभी तक आधा काम बाकी है। इस बैठक में सभापति कमलेश डोसी ने शहर में 10-10 दिन तक सप्लाई नहीं होने की बात कही थी। इस पर सांसद ने अधिकारियों को लताड़ लगाई थी।
सात दिन में मिल रहा पानी, वह भी गंदा
कई कॉलोनियों में 7 से 8 दिनों में पानी की सप्लाई हो रही है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर शहर के कमलेश टेलर की लिखी पोस्ट पोपुलर हो रही है। इसमें कहा गया है कि शहर में सात दिन में एक बार पानी की सप्लाई हो रही है, वह भी गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है। यह सप्लाई मात्र 15 से 20 मिनट तक के लिए ही हो रही है। इसके कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
शहर की सडक़ें खोदी, फिर भी नहीं पूरा काम
सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि शहर में 94 करोड़ की पेयजल पुनर्गठन योजना का कार्य चल रहा है। यह काम जून 2018 में पूरा होना था। लेकिन ठेकेदार व जलदाय विभाग की लापरवाही के चलते सात माह बाद भी काम पूरा नहीं हुआ। शहर की सारी सडक़ें खोद दी गई और अभी तक भी सब जगह पाइप लाइन बदली नहीं जा सकी। सडक़ें खुदी होने के कारण लोग धूल से परेशान हैं।
पार्षद ने भी उठाया था मुद्दा
शहर में समय पर पानी की सप्लाई नहीं होने के कारण व दूषित पानी की सप्लाई होने के कारण होली से एक दिन पहले वार्ड 16 की पार्षद नेहा शर्मा ने भी विभाग की ओर से लापरवाही को लेकर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। पार्षद ने बताया था कि जलदाय विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते है। समय पर पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। लोग परेशान है। समझ में नहीं आ रहा, कहां जाएं?
टैंकर व्यवसायियों से सांठगांठ के आरोप
जल संकट के चलते शहर में पानी का कारोबार खूब फल फूल रहा है। निजी टैंकर दिनभर दौड़ते दिखाई दे जाएंगे। लोगों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों और निजी टैंकर व्यवसायियों में सांठ-गांठ का आरोप लगाया है। शहर में प्रशासन की ओर से चलने वाले पानी के टैंकर लुप्त होने की बात कही गई। विभाग की ओर से शहर में बूस्टर चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई।
हर बार मिलता है मात्र आश्वासन
&सोशल मीडिया पर ‘एक पीड़ा’ के नाम से पोस्ट डाली थी। यह दर्द शहर की जनता का है। आखिर प्रतापगढ़ शहर की जनता का क्या गुनाह है? जो प्रशासन व जनप्रतिनिधि इस और बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे है। मैंने लोक अदालत में भी दो वर्ष पहले मुकदमा दायर किया था।
कमलेश टेलर, प्रतापगढ़
सात दिन में मिल रहा पानी, वह भी गंदा
कई कॉलोनियों में 7 से 8 दिनों में पानी की सप्लाई हो रही है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर शहर के कमलेश टेलर की लिखी पोस्ट पोपुलर हो रही है। इसमें कहा गया है कि शहर में सात दिन में एक बार पानी की सप्लाई हो रही है, वह भी गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है। यह सप्लाई मात्र 15 से 20 मिनट तक के लिए ही हो रही है। इसके कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
शहर की सडक़ें खोदी, फिर भी नहीं पूरा काम
सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि शहर में 94 करोड़ की पेयजल पुनर्गठन योजना का कार्य चल रहा है। यह काम जून 2018 में पूरा होना था। लेकिन ठेकेदार व जलदाय विभाग की लापरवाही के चलते सात माह बाद भी काम पूरा नहीं हुआ। शहर की सारी सडक़ें खोद दी गई और अभी तक भी सब जगह पाइप लाइन बदली नहीं जा सकी। सडक़ें खुदी होने के कारण लोग धूल से परेशान हैं।
पार्षद ने भी उठाया था मुद्दा
शहर में समय पर पानी की सप्लाई नहीं होने के कारण व दूषित पानी की सप्लाई होने के कारण होली से एक दिन पहले वार्ड 16 की पार्षद नेहा शर्मा ने भी विभाग की ओर से लापरवाही को लेकर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। पार्षद ने बताया था कि जलदाय विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते है। समय पर पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। लोग परेशान है। समझ में नहीं आ रहा, कहां जाएं?
टैंकर व्यवसायियों से सांठगांठ के आरोप
जल संकट के चलते शहर में पानी का कारोबार खूब फल फूल रहा है। निजी टैंकर दिनभर दौड़ते दिखाई दे जाएंगे। लोगों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों और निजी टैंकर व्यवसायियों में सांठ-गांठ का आरोप लगाया है। शहर में प्रशासन की ओर से चलने वाले पानी के टैंकर लुप्त होने की बात कही गई। विभाग की ओर से शहर में बूस्टर चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई।
हर बार मिलता है मात्र आश्वासन
&सोशल मीडिया पर ‘एक पीड़ा’ के नाम से पोस्ट डाली थी। यह दर्द शहर की जनता का है। आखिर प्रतापगढ़ शहर की जनता का क्या गुनाह है? जो प्रशासन व जनप्रतिनिधि इस और बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे है। मैंने लोक अदालत में भी दो वर्ष पहले मुकदमा दायर किया था।
कमलेश टेलर, प्रतापगढ़
चल रहा है पेयजल योजना का काम
&शहर में एक दो जगह गंदे पानी की सूचना मिली थी। इसे दिखवाया गया है। पेयजल पुनर्गठन योजना का काम चलने के कारण थोड़ी बहुत परेशानी आ रही है। कुछ दिनों में समस्या दूर हो जाएगी।
कुलदीप, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग, प्रतापगढ़