scriptचुनाव आयोग के एप सी-विजिल पर नहीं दिखाई जिले के मतदाताओं ने रुचि | voters did not take interest in c vigill app of election commission | Patrika News

चुनाव आयोग के एप सी-विजिल पर नहीं दिखाई जिले के मतदाताओं ने रुचि

locationप्रतापगढ़Published: Apr 21, 2019 12:23:34 pm

Submitted by:

Ram Sharma

एप पर जिले से अब तक आई मात्र एक शिकायत

pratapgarh

चुनाव आयोग के एप सी-विजिल पर नहीं दिखाई जिले के मतदाताओं ने रुचि



प्रतापगढ़. चुनाव आयोग की ओर से आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत के लिए बनाए गए डिजिटल एप सी-विजिल पर जिले के मतदाताओं ने खासरुचि नहीं दिखाई है। चुनाव घोषित होने के बाद जिले में इस एप पर मात्र एक शिकायत दर्ज हुई, जिसका प्रशासन ने हाथोंहाथ समाधान कर दिया।
जिला चुनाव नियंत्रण कक्ष के अनुसार सी विजिल एप पर कुछ दिन पहले प्रतापगढ़ शहर के वुडलैंड पार्क के लोकार्पण पट्टिका की शिकायत की गईथी। इसमें एक राजनीतिक दल के नेता का नाम था। इस पर एक नागरिक ने एप के जरिए शिकायत की थी कि पार्क की लोकार्पण पट्टिका में एक दल विशेष का प्रचार हो रहा है, जोकि आचार संहिता का उल्लंघन है। इसे हटाया जाए या इसे ढंका जाए। एप में शिकायत के बाद प्रशासन ने इस लोकार्पण पट्टिका पर कागज चिपकाकर ढंक दिया। इस शिकायत के बाद सी विजिल एप में प्रतापगढ़ जिले से संबंधित आचार संहिता की कोईशिकायत दर्ज नहीं करवाई गई।
एप के प्रचार प्रसार में कमी: गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने इस बार आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत का डिजिटल प्लेटफार्म भी तैयार किया था। इसके लिए स्मार्ट फोन्स पर काम करने वाला सी विजिल एप बनाया गया था, जो गत विधानसभा चुनाव में ही लॉंच किया गया था।
लेकिन प्रसार प्रसार के अभाव में यह एप ज्यादा प्रसिद्ध नहीं हो पाया। अभी तक पूरे देश में इसके मात्र ५ लाख डाउनलोड्स हैं, जबकि मतदाता करीब करोड़ों में है। एप में आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें कम ही आती है। निर्वाचन विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि राजस्थान में तो नहीं, लेकिन देश के कई राज्यों में शिकायत की बजाय एप पर अपनी सेल्फी लेकर पेड़ पौधों की फोटो तक भेज रहे हैं।
कैसे काम करता है यह एप: सी-विजिल (ष्ट-ङ्कढ्ढत्रढ्ढरु) एप स्मार्टफोन पर चलता है। इसे गुगल के प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप के माध्यम से आम नागरिक भी चुनाव आयोग के पास आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कर सकेंगे।
शिकायत दर्ज कराने के लिए यूजर: को सबसे पहले एप पर रजिस्टर करना होगा। यूजर मोबाइल नम्बर, राज्य, जिला, विधानसभा और निवास का पता दर्ज करके अकाउंट बना सकता है। शिकायत करने के लिए यूजर को एप का इस्तेमाल करते हुए फोटो या वीडियो लेना होगा और उसे 5 मिनट के अन्दर अपनी कंप्लेन सबमिट करनी होगी।सी विजिल एप के माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत का निराकरण 100 मिनट में किया जाएगा।
कैसी शिकायत होगी मान्य
एप पर केवल आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित शिकायत ही मान्य होती है। यह एप चुनाव के दौरान ही एक्टिव रहता है। इस एप पर कोई भी व्यक्ति गोपनीय तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली गतिविधियों, आचार संहिता के उल्लंघन की सूचना फोटो एवं वीडियो के साथ बिना अपनी पहचान उजागर किए भेज सकता है। एप के माध्यम से रिपोर्ट पंजीकृत कराने पर शिकायत कर्ता को कंप्लेन नम्बर दिया जाएगा। इस कंम्पेन नम्बर का इस्तेमाल करके वह अपनी शिकायत की वास्तविक स्थिति को देख सकता है। सी विजिल ऐप पर शिकायत स्वीकृत होने के बाद सिस्टम जिला नियंत्रण कक्ष को इसकी सूचना देगा। सूचना मिलने पर नियंत्रण कक्ष संबंधित को कार्रवाई करने का निर्देश देगा। कार्रवाई के बाद शिकायत का स्टेटस अपडेट किया जाएगा और शिकायत करता एप के माध्यम से भी उसका स्टेट्स चेक कर सकेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो