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पढ़ाई के साथ करते थे मजदूरी भी

locationप्रतापगढ़Published: Dec 31, 2019 11:57:27 am

Submitted by:

Devishankar Suthar

प्रतापगढ़. जिले के चार मजदूरों की भीलवाड़ा के मंडपिया चौराहे में रविवार को हुई सडक़ दुर्घटना में मौत के बाद से ही तीन गांवों में माहौल गमगीन रहा। चारों के शव सोमवार शाम को अपने अपने गांव पहुंचे। यहां परिजनों और ग्रामीणों की आंखें नम थी। शाम को ही सभी का अंतिम संस्कार किया गया। सभी मजदूर गरीब तबके से थे। जबकि मृतकों में से दो युवक तो अभी पढ़ाई कर रहे थे। दोनों मजदूरी कर अपनी पढ़ाई का खर्चा और परिवार का साथ दे रहे थे।

पढ़ाई के साथ करते थे मजदूरी भी

पढ़ाई के साथ करते थे मजदूरी भी


गमगीन माहौल में किया अंतिम संस्कार
सभी मृतक गरीब तबके से, ग्रामीणों ने की सहायता की मांग
प्रतापगढ़. जिले के चार मजदूरों की भीलवाड़ा के मंडपिया चौराहे में रविवार को हुई सडक़ दुर्घटना में मौत के बाद से ही तीन गांवों में माहौल गमगीन रहा। चारों के शव सोमवार शाम को अपने अपने गांव पहुंचे। यहां परिजनों और ग्रामीणों की आंखें नम थी। शाम को ही सभी का अंतिम संस्कार किया गया। सभी मजदूर गरीब तबके से थे। जबकि मृतकों में से दो युवक तो अभी पढ़ाई कर रहे थे। दोनों मजदूरी कर अपनी पढ़ाई का खर्चा और परिवार का साथ दे रहे थे।
चारों मृतक सालमगढ़ थाने के प्रतापपुरा और अरनोद थाने के टांडाखेड़ा और आठीनेरा गांवों के थे। शाम को मृतकों के शव अपने अपने गांव पहुंचे तो माहौल गमगीन हो गया। भीलवाड़ा में हुई दुर्घटना की सूचना पर सभी के परिजन और रिश्तेदार अपने वाहनों से रविवार रात को ही भीलवाड़ा पहुंच गए थे।ऐसे में चारों के शवों का पोस्टमार्टम सोमवार को किया गया। जहां से आवश्यक कार्रवाई के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिए।
पढ़ाई के साथ मजदूरी भी
सालमगढ़. भीलवाड़ा में हुई दुखद घटना में प्रतापपुरा गांव के करण मीणा (२०) की मौत हो गई। परिजन और ग्रामीण उसका शव लेकर शाम को पहुंचा। जहां गांव में माहौल गमगीन हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि करण पर ही अपने परिवार के भरण-पोषण का जिम्मा था। करण पढ़ाई के साथ-साथ घर की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए भीलवाड़ा मजदूरी के लिए दीपावली के बाद गया था। करण के परिवार में वृद्ध माता-पिता, पत्नी, दो छोटी बहनों,छोटा भाई है। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। ग्रामीणों ने प्रशासन से सहयोग की मांग की है।
यह हैं घायल: हादसे में प्रतापगढ़ जिले के तीन अन्य घायल हुए थे।जिसमें टांडाखेड़ा के हीरालाल मीणा की पुत्री अंजली (६), टांडाखेड़ा निवासी विष्णु मीणा, आठीनेरा निवासी श्यामलाल मीणा (२३) अभी घायल है।
जयपुर से छुट्टियों पर आया था दीपक
अरनोद. अरनोद थाना क्षेत्र के आठीनेरा गांव के जगदीश मीणा के १७ वर्षीय पुत्र दीपक की भीलवाड़ा में दुर्घटना में मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि दीपक जयपुर में पढ़ाई कर रहा था। जो अभी सर्दी की छुुट्टियों में गांव आया था।यहां से अपने रिश्तेदारों के साथ वह भी मजदूरी के लिए भीलवाड़ा गया था। जहां हादसे में उसकी मौत हो गई। गांव के सेवानिवृत्त शिक्षक कारूलाल मीणा ने बताया कि दीपक की मौत के बाद उसके परिजन बेसुध से हो गए है। उन्होंने बताया कि गत पांच वर्ष से दीपक जयपुर में ही पढ़ाई कर रहा था। ग्रामीणों ने उसके परिवार को सहायता दिलाने की मांग की है।
एक ही चिता पर हुआ दो शवों का अंतिम संस्कार
मोवाई. निकटवर्ती टांडाखेड़ा गांव में दो मृतकों के शव सोमवार शाम को पहुंचे। जहां शवों की हालत देखकर ग्रामीणों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।यहां मृतकों के परिजनों व रिश्तेदारों को ग्रामीण ढांढस बंधा रहे थे।दोनों के शवों को एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। भीलवाड़ा में टांडाखेड़ा गांव के हीरालाल मीणा (२८) और राकेश मीणा (२०) की मौत हो गईथी।

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