scriptबरडिय़ा में हुआ देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन | War between gods and demons staged in Bardia | Patrika News
प्रतापगढ़

बरडिय़ा में हुआ देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन

प्रतापगढ़. जिले के बरडिय़ा गांव में नवमी पर देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन किया गया। इस मौके पर गांव समेत आसपास के कई गांवों से भी ग्रामीण पहुंचे। यहां कई वर्षों से नवमी पर देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन किया जा रहा है।

प्रतापगढ़Oct 16, 2021 / 08:38 am

Devishankar Suthar

बरडिय़ा में हुआ देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन

बरडिय़ा में हुआ देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन



प्रतापगढ़. जिले के बरडिय़ा गांव में नवमी पर देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन किया गया। इस मौके पर गांव समेत आसपास के कई गांवों से भी ग्रामीण पहुंचे। यहां कई वर्षों से नवमी पर देवता और दानवों के बीच युद्ध का मंचन किया जा रहा है।
यहां नवरात्र की शुरुआत में बोए गए जवारा के विसर्जन के दौरान गांव के सभी प्रमुख देवरों और मंदिरों से ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला गया। गांव के बाहर नीमच रोड पर स्थित देवनारायण मंदिर पर लोग एकत्रित हुए। देवनारायण मंदिर प्रांगण में हर साल देवासुर संग्राम का मंचन किया जाता है। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इक_े हुए। भारी जन सैलाब के बीच देवनारायण की पांती मिलने के बाद देवासुर संग्राम शुरू हुआ। जो करीब आधे घंटे तक चला। इसमें देवता और राक्षसों के बीच कंधे से कंधा टकराकर युद्ध लड़ा गया। जिसमें मंचन किया गया कि महिषासुर नामक राक्षस मां अंबे को मारने के लिए आया था। तब दोनों के बीच भयंकर युद्ध हुआ था। माता ने महिषासुर का वध कर दिया। मरने से पहले राक्षस राज ने मोक्ष की प्रार्थना की। इस पर मां अंबे ने उस पर दया कर उसे वरदान दिया कि तेरा नाम मेरे नाम के साथ हमेशा अमर रहेगा और मुझे महिषासुर मर्दिनि देवी के नाम से भी जाना जाएगा। इस आधार पर मां महिषासुर मर्दिनी देवी का मंदिर बरडिया गांव में स्थित है। इस मंदिर के सामने देवासुर संग्राम का आयोजन यहां सालों से किया जा रहा है।
वर्षों पुरानी चल रही परंपरा
गांव के बुजुर्ग हिम्मतसिंह चूंडावत ने बताया कि उनकी उम्र लगभग 76 वर्ष से अधिक हो चुकी है। उनके दादाजी और पिताजी ने बताया था कि देवासुर संग्राम की परंपरा सनातन धर्म से चली आ रही है। खुद 70 साल से अपनी आंखों से इस देवासुर संग्राम को देख रहे हैं। देवासुर संग्राम को देखने के लिए बरडिया पंचायत के आस.पास के गांव काजली, कोलवी खेड़ा, थडा, रठांजना, जिरण मध्य प्रदेश सहित कई जगह से श्रद्धालु इस मंचन को देखने पहुंचते हैं।
-=-= दिवाकमाता में मंदिर पर विद्युत सजावट
प्रतापगढ़. जिले के ग्राम पंचायत जोलार दिवाक माता मंदिर में नवरात्र पर कई आयोजन किए गए। यहां शुक्रवार को हवन और यज्ञ किया गया। वहीं प्रसादी का आयोजन किया गया। इस मौके पर मंदिर पर ध्वजा चढ़ाई गई।
भक्त कारुलाल मीणा, सेवक नारजी मीना ने माताजी को ध्वजा चढ़ाई। इस मौके पर यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही।
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