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क्या हुआ सीएम का वादा…सीएम ने कहा था, जब भी कहीं कॉलेज खुलेगा, सबसे पहले प्रतापगढ़ में गल्र्स कॉलेज का नाम होगा

locationप्रतापगढ़Published: Jul 19, 2019 12:06:31 pm

Submitted by:

Hitesh Upadhyay

प्रदेश में 25 कॉलेजों की घोषणा की, लेकिन प्रतागपढ़ रहा खाली हाथ, पीपलखूंट में कॉलेज की घोषणा से बची लाज (Pratapgarh Girls college) (New Girls College in pratapgarh) (education news)

pratapgarh

क्या हुआ सीएम का वादा…सीएम ने कहा था, जब भी कहीं कॉलेज खुलेगा, सबसे पहले प्रतापगढ़ में गल्र्स कॉलेज का नाम होगा

प्रतापगढ़. लगातार उपेक्षा का दंश झेल रहे प्रतापगढ़ को राज्य सरकार ने एक और झटका दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जून माह में जब प्रतापगढ़ आए थे, तब उन्होंने भरी सभा में वादा किया था कि जब भी राज्य में कॉलेज खोलने की घोषणा होगी, प्रतापगढ़ में कन्या महाविद्यालय का नाम उसमें अवश्य होगा। सबको उम्मीद थी कि जब सरकार का मुखिया ने घोषणा की है तो उसे पूरी होने से कौन रोक सकता है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने हाल ही जब विधानसभा में बजट पर चर्चा करते हुए प्रदेश में 25 कॉलेज खोलने की घोषणा की तो उसमें प्रतापगढ़ कन्या महाविद्यालय का नाम नहीं था। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस सूची जिले के पीपलखूंट का नाम था। (Pratapgarh Girls college)
जिला में कन्या महाविद्यालय की मांग कई वर्षों से की जा रही थी। विधानसभा चुनाव में ही यह प्रमुख मुद्दों में से एक था। इस बार उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जब खुद घोषणा की है तो यह मांग अवश्य पूरी होगी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। प्रतापगढ़ जिला सरकारों की ओर से लगातार उपेक्षा का शिकार रहा है। चाहे वह केन्द्र का मामला हो या राज्य स्तर का। इस बजट में केन्द्र से प्रतापगढ़ को रेलवे लाइन से जोडऩे के लिए सर्वे का बजट आवंटित करने की उम्मीद थी, वह पूरी नहीं हुई। इसी प्रकार राज्य सरकार से बजट में काफी उम्मीदेें थी, लेकिन राज्य के बजट में प्रतापगढ़ का नाम तक नहीं था। बाद में जब कॉलेज खुलने की घोषणा हुई तो तब भी निराशा ही हाथ लगी।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने किया छलावा
चिंताजनक यह है कि प्रदेश में सरकार चाहे भाजपा की रही हो या कांग्रेस की किसी ने भी इस कन्या महाविद्यालय की मांग को पूरा करने की कोशिश नहीं की। गत भाजपा सरकार ने यहा पीजी कॉलेज में वर्ष 2016-17 में शपथ ग्रहण समारोह में आई तत्कालीन भाजपा सरकार की उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने सरकार के अगले बजट में जिले को कन्या महाविद्यालय खुलवाने की घोषणा की थी, लेकिन उन्होंने भी यह घोषणा पूरी नहीं की। इस बार कांग्रेस के विधायक रामलाल मीणा जीते। उन्होंने कन्या महाविद्यालय खुलवाने का कई बार वादा किया। गत माह जून में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सुहागपुरा में सभा करवाई। उसमें विधायक ने कन्या महाविद्यालय खोलने की मांग की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उसका वादा भी किया, लेकिन अब तक निराशा ही हाथ लगी। (New girls college in pratapgarh)

इसलिए जरूरी है प्रतापगढ़ में गल्र्स कॉलेज
– क्योंकि जिले बालिका उच्च शिक्षा की दर मात्र 16 फीसदी
कन्या महाविद्यालय नहीं होने से आदिवासी क्षेत्र की बालिकाओं को बेहतर और उच्च शिक्षा नहीं मिल पा रही है। आंकड़ों के अनुसार जिले में महज 16 फीसदी लड़कियां ही उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाती है। बालिकाओं की शिक्षा की यह सच्चाई राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे 2015-16 की रिपोर्ट में सामने आई है। पिछले वर्षो में इसमें थोड़ा सा सुधार माना जा सकता है और निजी क्षेत्र में शिक्षा का ग्राफ जरूर बड़ा है।
– क्योंकि पीजी कॉलेज में छात्रों से ज्यादा है छात्राएं
जिला मुख्यालय पर पीजी कॉलेज में भी हर वर्ष बालकों से ज्यादा बालिकाओं की संख्या ज्यादा रहती है। वर्ष 2017-18 में 2652 विद्यार्थियों में से 1672 छात्र, 1980 छात्राएं थी। पिछले वर्ष 2018-19 में 3759 विद्यार्थियों में से 1577 छात्र, 2182 छात्राएं थी।
– क्योंकि बालिकाओं को बाहर नहीं भेजते अभिभावक
बालिकाओं की उच्च शिक्षा के लिए छोटे गांवों और कस्बों में ऐसी कोई खास सुविधा नहीं होने से परिजनों को उच्च शिक्षा के लिए बेटियों को बाहर भेजना पड़ता है। ऐसे में अधिकतर परिजन बेटियों को गांव से बड़े शहरों में नहीं भेजते है। जिसके कारण उन्हे अपनी पढ़ाई छोडऩी पड़ती है।
– क्योंकि आदिवासी बहुल है जिला
जिला आदिवासी बहुल है। यहां गरीबी का स्तर ज्यादा है। ऐसे में अभिभावक निजी कॉलेजों की फीस का भार वहन नहीं कर सकते। स्कूल स्तर पर बालिका शिक्षा के लिए जनजाति विकास विभाग ने कई बालिका आवासीय छात्रावास और स्कूल बना रखें हैं, लेकिन उच्च शिक्षा के लिए कोई कन्या महाविद्यालय नहीं है।

क्या कहा था मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने
‘ कन्या महाविद्यालय की बात भी है। लेकिन अभी प्रदेश में कहीं भी कॉलेज खुलने की घोषणा नहीं हुई है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि प्रदेश में जब भी कॉलेज खुलने की घोषणा होगी, सबसे पहले प्रतापगढ़ में कन्या कॉलेज खुलेगी। मैं यह बात आपकी संख्या (सभा में आई महिलाओं की ज्यादा भीड़ को देखकर उनसे मुखातिब होते हुए…) को देखकर कह रहा हूं। आपको देखकर नहीं(पुरुषों की तरफ इशारा करके)….’
कन्या महाविद्यालय की मांग को लेकर एबीवीपी ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
प्रतापगढ़.अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रतापगढ़ की ओर से कन्या महाविद्यालय की मांग को लेकर जिला संयोजक अंकुश लबाना के नेतृत्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला दहन किया गया। जिला सहसंयोजक अमित कजानी ने बताया कि गहलोत सरकार ने प्रतापगढ़ जिले के साथ फिर सौतेला व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि गत दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रतापगढ़ यात्रा के दौरान सुहागपुरा जनसभा में खुले मंच पर यह आश्वासन दिया गया था कि प्रदेश में जब भी कन्या महाविद्यालय खोला जाएगा प्रथम कन्या महाविद्यालय प्रतापगढ़ को दिया जाएगा, लेकिन प्रदेश में महाविद्यालय और कन्या महाविद्यालय की घोषणाओं में प्रतापगढ़ जिले को एक बार फिर कन्या महाविद्यालय से वंचित रखा गया जबकि चूरू, राजगढ़, जयपुर में किशनपोल, टोंक में पीपलू आदि स्थानों पर कन्या महाविद्यालय की घोषणा की गई। जिसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं एवं छात्र छात्राओ में काफी रोष है। इसी को लेकर पीजी कॉलेज प्रतापगढ के मुख्य द्वार पर राजस्थान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छात्रसंघ उपाध्यक्ष प्रतीक शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी परिषद द्वारा विगत कई वर्षों से कन्या महाविद्यालय की मांग को लेकर कई ज्ञापन दिए गए और प्रदर्शन किए गए लेकिन राजस्थान सरकार द्वारा बजट में हमेशा प्रतापगढ जिले को वंचित रखा गया है। उन्होंने कहा कि यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो विद्यार्थी परिषद द्वारा आने वाले समय मे भूख हड़ताल सहित उग्र आंदोलन करेगी। नगर छात्रा प्रमुख रेणुका साहू ने बताया कि प्रदर्शन में जिला संयोजक अंकुश लबाना, सहजिला संयोजक अमित कजानी, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र सेन, छात्रसंघ उपाध्यक्ष प्रतीक शर्मा, महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष राजकुमार मीणा, नगर मंत्री हेमंत प्रजापत, सहमंत्री रानी मीणा, निशा सुथार, अंजना कुंवर, प्राची कुंवर, प्रियंका गोस्वामी, मोना कुंवर, नितिन सोनी, पंकज सेन, माधव, अमन आदि कार्यकर्ता एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कोशिश कर रहे हैं
विधायक साहब मुख्यमंत्री से मुलाकात कर हाल ही जारी हुई सूची में प्रतापगढ़ में कन्या महाविद्यालय का नाम जुड़वाने का प्रयास कर रहे हैं। वैसे प्रतापगढ़ जिले को पीपलखूंट में कॉलेज मिला है।
– मोहित भावसार, प्रवक्ता, जिला कांग्रेस और विधायक
वादा करने के बाद भी नहीं दिया कन्या महाविद्यालय
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से जिले में अपनी सभा के दौरान कहा था कि राज्य में कहीं भी कॉलेज की घोषणा होगी तो सबसे पहले प्रतापगढ़ में कन्या महाविद्यालय दिया जाएगा, लेकिन वादों के बावजूद जिले को कन्या महाविद्यालय नहीं मिला।
अंकुश लबाना, जिला संयोजक, एबीवीपी प्रतापगढ़
केवल नाम की है बालिका पढ़ाओ योजना
राज्य सरकार की ओर से बालिका बचाओ-बालिका पढ़ाओ को लेकर कई वादे करती है, लेकिन यह योजना राज्य सरकार ने केवल अपने नाम के लिए चला रखी है। इस और इनका बिलकूल भी ध्यान नहीं है। प्रतापगढ़ में कई बालिकाओं को पढ़ाई तक छोडऩी पड़ रही है लेकिन फिर भी कन्या महाविद्यालय प्रतापगढ़ को नहीं मिला।
राधा लबाना, छात्रसंघ संयुक्त सचिव, पीजी कॉलेज, प्रतापगढ़
हर बार मिलती है निराशा
जिला मुख्यालय पर कन्या महाविद्यालय को लेकर हर बार मात्र निराशा ही मिलती है। किसी भी सरकार का इस और ध्यान नहीं जा रहा है।
वर्षा शर्मा, छात्र

जहां के जनप्रतिनिधी भी केवल नाम के
जिले में पहले यहां के विधायक भाजपा सरकार के मंत्री तक रहे। वहीं अब कांग्रेस सरकार के विधायक ने भी शहर में कन्या महाविद्यालय खुलवाने के प्रयास नहीं किए है। राज्य सरकार वादों के बाद अपने वादों पर कायम नहीं उतर पाई।
स्वाति, छात्रा, पीजी कॉलेज
पीपलखूंट में मिला कन्या महाविद्यालय
राज्य सरकार की ओर से जिले के पिपलखुंट में कन्या महाविद्यालय खोलने की घोषणा की है। जिला मुख्यालय पर भी अब कांग्रेस सरकार में जल्द कन्या महाविद्यालय मिलेगा।
गुणपाल पंडिया, जिला अध्यक्ष एनएसयुआई, प्रतापगढ़
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