मानसून के आगाज से ही बरसी थी राहत के साथ आफत भी
With the onset of monsoon,
प्रतापगढ़
Published: August 04, 2022 10:40:24 am
एक माह पहले अरनोद और पीपलखूंट उपखंड के पांच पंचायतों में बारिश और अंधड़ ने मचाई थी तबाही
एक हजार परिवार हुए थे प्रभावित
विद्युत निगम को हुआ था ५० लाख का नुकसान
प्रतापगढ़. जिले में इस वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में मानसून का आगमन हुआ। लेकिन ५ जुलाई को अंधड़ और चक्रवात ने जिले के अरनोद उपखंड के दो ग्राम पंचायतों और पीपलखूंट की ५ ग्राम पंचायतों के इलाकों में भारी तबाही मचाई। यहां विद्युत तंत्र जमींदोज हो गया था। एक हजार से अधिक घरों में नुकसान हुआ था। कुछ लोगों को चोंटें भी आई थी। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। इस संबंध में प्रशासन की ओर से नुकसान का सर्वे कराया गया। जिसमें एक हजार से अधिक घरों में नुकसान की रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेजी थी। लेकिन अभी तक आर्थिक सहायता नहीं मिली है। जिले के अरनोद की दो पंचायतों और पीपलखंूट के पांच पंचायतों में अंधड़ ने कहर बरपाया। अंधड में सात पंचायतों के कई परिवार बेघर हो गए थे। जिले के पीपलखूंट के घंटाली, नालपाड़ा, जामतली, ढेंचला, मोवला और अरनोद के ङ्क्षहगलाट और प्रतापपुरा पंचायतों में प्राकृतिक कहर में एक हजार से अधिक लोगों के मकान गिर गए थे। इसके साथ ही सैंकड़ों पेड़ धराशाही हो गए थे। विद्युत की सभी लाइनें, ट्रांसफॉर्मर, पोल और टावर जमींदोज हो गए थे। ऐसे में यहां जन-जीवन काफी प्रभावित हो गया था। इसके बाद यहां सुधार शुरू किया गया था। प्रशासन की ओर से यहां घरों मे हुए नुकसान का सर्वे कराया गया। जिसमें अरनोद उपखंड के दो ग्राम पंचायतों में करीब ढाई सौ घरों में नुकसान बताया गया। वहीं पीपलखूंट में सात सौ अधिक घरों में नुकसान की रिपोर्ट बनाई गई थी। विद्युत निगम का सुधार कार्य जारी
घंटाली, दलोट, पीपलखूंट में अंधड़ के कारण करीब ५० लाख रुपए का नुकसान हुआ था। निगम का 132 के.वी. डबल सर्किट दलोट, मोखमपुरा, पीपलवा लाइन का टॉवर क्षतिग्रस्त हो गया था। इसी प्रकार 65 विद्युत पोल 11 के.वी. लाईन एवं एल.टी. लाईन व 7 के.वी. सब स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गए थे। इससे विद्युत सप्लाई बाधित हो गई थी। यहां सुधार कार्य जारी है।
सर्वे रिपोर्ट सरकार को भेजी
अरनोद की दो पंचायतें और पीपलखूंट की पांच पंचायतों में पांच जुलाई को अंधड़ से काफी नुकसान हुआ था। प्रशासन की ओर से दोनों उपखंडों में करीब एक हजार से अधिक घरों में नुकसान का सर्वे किया गया था। इस रिपोर्ट को सरकार को भेज दी है। अभी तक वहां से आर्थिक सहायता नहीं आई है।
जीतू कुलहरी,उपखंड अधिकारी, अरनोद

मानसून के आगाज से ही बरसी थी राहत के साथ आफत भी
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